देश में कोरोना वायरस संक्रमण दूसरी लहर में कहर बरपाने के बाद अब कुछ कम हुआ है। ऐसे में राज्यों में पाबंदियां हटाई जा रही हैं। लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं और लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे में अब कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के लौटने की आशंका बढ़ गई है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि देश की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट महज एक हफ्ते में बढ़कर दोगुनी हो गई है।
एक हफ्ते पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण की टेस्ट पॉजिटिविटी दर 1.68 फीसदी थी, जबकि सोमवार को पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार यह टेस्ट पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 3.4 फीसदी हो गई। यह चिंता का विषय है। इसका मतलब है कि देश में लोग फिर से अधिक संख्या में संक्रमित हो रहे हैं और यह कोरोना वायरस के फिर उफान मारने से पहले का समय है।
टेस्ट पॉजिटिविटी की बात करें तो देश में 20 जुलाई को यह 1.68 फीसदी थी। 21 जुलाई को यह बढ़कर 2.27 फीसदी हो गई. 22 जुलाई को यह 2.40 हो गई। 23 जुलाई को यह 2.12 और 24 जुलाई को यह बढ़कर 2.4 हो गई। वही अब 26 जुलाई को यह 3.40 रिकॉर्ड की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के मेडिकल विभाग की डॉ. पूजा खोसला का कहना है कि लोगों को लापरवाही करने से बचाना चाहिए। लोगों को कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। वहीं सीरो सर्वे में बड़ी आबादी के शरीर में एंटीबॉडी पाए जाने के बाद से कई विशेषज्ञ यह उम्मीद कर रहे हैं कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर ज्यादा मारक नहीं होगी।