नई दिल्ली
भारत सरकार ने गुरुवार को कहा है कि गणतंत्र दिवस पर पाकिस्तान से उड़कर आए गुब्बारे का मुद्दा, जिसे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान ने ‘मार गिराया’ था, पाकिस्तान से होने वाली बातचीत के दौरान औपचारिक रूप से उठाया जाएगा।
गौरतलब है कि एक सुखोई एसयू-30 विमान ने वायुसेना के राडार पर गुब्बारे को देखे जाने के बाद उसे गिराने के लिए लगभग 100 गोलियां दागी थीं। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा था कि गुब्बारा ‘सीमापार से’ आया था, जबकि वायुसेना ने स्पष्ट किया था कि गुब्बारे में किसी भी तरह का कोई निगरानी या अन्य उपकरण नहीं लगा हुआ था।
वायुसेना सूत्रों ने बुधवार को जानकारी दी थी कि हीलियम गैस से भरे इस गुब्बारे पर ‘हैप्पी बर्थडे’ लिखा हुआ था, और वह अमेरिकी कंपनी का बना हुआ था। वायुसेना सूत्रों ने यह भी कहा था कि “हो सकता है, पाकिस्तान इस गुब्बारे के जरिये जानने की कोशिश कर रहा हो कि भारत को किसी अज्ञात वस्तु पर प्रतिक्रिया देने में कितना समय लगता है…”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यह घोषणा भी की थी, “अब तक दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के लिए कोई ऐसी तारीख तय नहीं हो पाई है, जो दोनों देशों के लिए सुविधाजनक हो…”
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच इसी माह विदेश सचिव स्तरीय वार्ता होने वाली थी, लेकिन साल के पहले ही हफ्ते में पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकवादी हमले के बाद उन्हें टाल दिया गया था।