नई दिल्ली। 4 राज्यों की एक लोकसभा और 4 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। आसनसोल लोकसभा सीट पर ममता बनर्जी की पार्टी TMC के कैंडिडेट शत्रुघ्न सिन्हा 1 लाख से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। बंगाल के बालिगंज विधानसभा सीट पर भी तृणमूल कांग्रेस आगे है। वहीं बिहार के बोचहां असेंबली सीट पर भी भाजपा राजद से पिछड़ गई है। वहां पर 10वें राउंड की गिनती के बाद RJD के अमर पासवान 13,000 वोटों से आगे चल रहे हैं।
इधर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर नॉर्थ सीट पर 12 राउंड की गिनती के बाद कांग्रेस उम्मीदवार जयश्री जाधव BJP के सत्यजीत कदम से 11 हजार 179 मतों आगे चल रही हैं। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस कैंडिडेट आगे चल रहे हैं।
इस सीट से अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा इस बार तृणमूल कांग्रेस (TMC) के टिकट पर BJP की अग्निमित्रा पॉल के सामने हैं। ये सीट पिछले साल बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। सुप्रियो भारतीय जनता पार्टी (BJP) छोड़कर TMC में शामिल हो गए थे। शत्रुघ्न सिन्हा इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, ये चुनाव उनके राजनीतिक करियर का फैसला करेगा।
दूसरी ओर बंगाल की बालीगंज विधानसभा सीट से बाबुल सुप्रियो चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने BJP की केया घोष और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) की सायरा शाह मैदान में है। दोनों सीटों पर कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। दरअसल, बालीगंज सीट पर पूर्व विधायक और राज्य के मंत्री रहे सुब्रत मुखर्जी का पिछले साल निधन हो गया था।
महाराष्ट्र में कोल्हापुर उत्तर विधानसभा सीट का रिजल्ट भी शनिवार को आएगा। ये सीट भी दिसंबर 2021 में कोविड-19 से कांग्रेस विधायक चंद्रकांत जाधव के निधन के बाद से खाली हुई थी। इस कारण यहां उपचुनाव हुए। इस सीट पर 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दिवंगत विधायक जाधव की पत्नी जयश्री जाधव कांग्रेस की उम्मीदवार हैं, जबकि BJP ने सत्यजीत कदम को चुनाव मैदान में उतारा है।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की बोचहा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हुआ है। विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर 13 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। इन 13 उम्मीदवारों में तीन महिलाएं हैं। पासवान ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) से ही चुनाव लड़ा था। इस बार VIP ने गीता देवी को मैदान में उतारा है। वहीं, BJP ने बेबी कुमारी को टिकट दिया है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले की खैरागढ़ विधानसभा सीट जनता कांग्रेस के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं। यहां कांग्रेस, BJP और जनता कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। खैरागढ़ विधानसभा सीट पर ज्यादातर कांग्रेस का कब्जा रहा है।