नई दिल्ली. हाल ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ट्यूटी में भारी कमी की थी जिसके कारण दाम में 9 से 10 रुपये तक की कमी आई थी. अब एक और अच्छी न्यूज आने वाली है. बहुत जल्दी पेट्रोल और डीजल के दाम और कम हो सकते हैं. दरअसल, तेल निर्यातक देश ओपेक और रूस समेत अन्य सहयोगी देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है. अगर ऐसा होता है तो दुनिया भर में सस्ती दरों पर कच्चे तेल मिलेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक अगले महीने जुलाई-अगस्त से ही कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाया जाएगा.
रॉयटर्स के मुताबिक ओपेक देशों और रूस तथा सहयोगी देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर रोजाना 6.48 लाख बैरल करने पर सहमति व्यक्ति की है. अगर कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी तो तेल की कीमत अपने आप घट जाएगी. भारत जैसे विशाल देश अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत तेल दूसरे देशों से आयात करता है, इससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर असर पड़ता है. वर्तमान में रोजाना 4.32 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन होता है.
चूंकि कोरोना के कारण प्रमुख तेल निर्यातक देशों में कच्चे तेल के उत्पादन में कमी हो गई थी जिसके कारण तेल के दाम आसमान छूने लगे थे. अब कोरोना की बदहाली से निकलने के बाद तेल निर्माता देशों ने तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है.
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कम कर दिया था जिसके बाद इसकी कीमत में 9 रुपये की कमी हो गई थी. इससे देश में तेल की कीमत कई जगह 95-96 रुपये तक आ गई थी. महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में राज्य कर भी कम कर दिया गया था जिससे तेल की कीमतों में और कमी हो गई थी.
हालांकि कुछ राज्यों ने तेल पर वैट नहीं हटाया जिससे वहां पेट्रोल की कीमतों में 9 रुपये की कमी होने के बावजूद तेल 100 रुपये से उपर मिल रहे थे. बिहार में पेट्रोल की कीमत अब भी 109 रुपये के आसपास है. दिल्ली में 2 जून को पेट्रोल की कीमत 96.72 पैसे और डीजल 89.62 पेसे प्रति लीटर है.