एसपी को प्रार्थना पत्र देकर की शिकायत, पुलिस के सायरन से ख़राब हो गयी है रातों की नींद

गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद में एसपी से एक अजीबोगरीब शिकायत की गई है। इस शिकायत में कहा गया है कि रात में पुलिस की गश्त के हूटर और सायरन की वजह से रातों की नींद हराम हो गई है। उनमे चिड़चिड़ापन देखने को मिल रहा है। यह शिकायत शहर कोतवाली इलाके के सद्भावना चौकी इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस अधीक्षक को एक अजीबोगरीब प्रार्थना पत्र देकर किया है।

इस प्रार्थना पत्र में पुलिस के सायरन से परेशानी और चिड़चिड़ापन का होना बताया गया है। दरअसल, पुलिस देर रात घूम-घूम कर सायरन बजाकर लोगों को चैन की नींद सोने के लिए अपनी रातें खराब करती है, लेकिन पुलिस की यह मुश्तैदी इलाके के लोगों की नींद उड़ा रही है। अब पुलिस के सामने दुविधा की स्थिति है वह क्राइम कण्ट्रोल करे तो कैसे करे।

सायरन न बजाने की मांग 

कोतवाली क्षेत्र के सद्भावना पुलिस चौकी के आसपास के इलाके के तमाम लोगों ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर यह शिकायत की है कि रात 10:00 बजे के बाद पुलिस थोड़ी-थोड़ी देर पर सायरन बजाकर चिड़चिड़ापन पैदा करती है और लोगों को सोने में परेशानी होती है। अब पुलिस रात भर घूम घूम कर सायरन और हूटर बजाकर आगाह करती है कि अगर कहीं चोर उचक्के घूम रहे हैं तो वह दुबक जाएं, लेकिन इससे लोगों को ही परेशानी हो रही है।

screenshot 2021 02 03 09 49 06 559025204616749791596

सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का दिया हवाला 

पत्र में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए शिकायतकर्ताओं ने यह कहा है कि अगर जरूरत नहीं है तो रिहायशी इलाके में सायरन बजाने की जरूरत नहीं है। अब दुविधा यह है कि पुलिस गश्त न करे तो अपराध होने का डर है। अगर गश्त करती है और सायरन बजाती है तो लोगों की नींद हराम हो रही है। पुलिस अधीक्षक को दिया गया यह शिकायत पत्र इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।

वहीं इलाके के एक अधिवक्ता का भी कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में इस बात का जिक्र है कि रिहायशी इलाके में पुलिस सायरन ना बजाए। उधर हिंदू युवा वाहिनी के नेता अशोक सिंह ने कहा कि पुलिस लोगों की परेशानी को देखते हुए रात भर जागती है। अगर लोग इस तरह की शिकायत करेंगे तो पुलिस क्या करेगी।