जहां एक ओर अगस्त का महीना पिछले 100 साल में सबसे कम बारिश का महीन रहा वहीं सितंबर महीने के शुरुआती हफ्ते में देश कई हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, असम, मेघालय, कर्नाटक और केरल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी कई जगहों पर तेज हवा और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है।
बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में आंधी-तूफान
मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी अलग-अलग जगहों पर आंधी-तूफान आने और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने आज पूर्व-मध्य पूर्व भारत में आज तेज बारिश की संभावना जताई है। वहीं दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा-पंजाब और यूपी-बिहार में आज मौसम साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। महाराष्ट्र गुजरात, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में भी मौसम सामान्य रहेगा। इन राज्यों में बारिश नहीं होने से उमस भरी गर्मी पड़ रही है।
सितंबर में सामान्य वर्षा का अनुमान
मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि सितंबर में सामान्य वर्षा होने की संभावना है। महापात्र ने हालांकि कहा कि अगर सितंबर में ज्यादा बारिश होती भी है तो भी जून से सितंबर के सत्र के दौरान दर्ज की गई औसत वर्षा मौसम की सामान्य वर्षा से कम रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि अगस्त में वर्षा की कमी के पीछे सबसे बड़ा कारण भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में अल नीनो की स्थिति का बनना है।
समुद्री सतह के तापमान में अंतर
महापात्र ने कहा हालांकि, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के समुद्री सतह तापमान में अंतर अब ‘पॉजिटिव’ होना शुरू हो गया है, जो अल नीनो के प्रभाव को उलट सकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व दिशा की ओर बढ़ते बादलों की गति और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में हो रही वर्षा मानसून के फिर से दस्तक देने में अहम भूमिका निभा सकती है।