अम्बिकापुर विधानसभा मे जेल बेल के बाद सियासत तेज…

अम्बिकापुर… अम्बिकापुर से भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंह ने आज सुबह जिला न्यायालय मे सरेंडर किया. जिसके बाद न्यायालय ने उन्हे न्यायिक अभिरक्षा मे रख लिया. लेकिन शाम को उनके अधिवक्ता के आवेदन पर सुनवाई करते हुए सीजेएम ने उन्हे मुचकले पर जमानत दे दी. लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद सरगुजा औऱ खासकर अम्बिकापुर विधानसभा मे राजनैतिक गर्माहट बढ गई है.. क्योकि इस मामले को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि खुलेआम घूम रहे अनुराग को अभी तक पुलिस ने सरकार के दबाव मे गिरफ्तार नही किया था…

बता दे की छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव के खिलाफ चुनाव मैदान मे उतरने वाले भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंह ने आज सुबह जिला न्यायालय मे सेरेंडर किया. जिसके बाद न्यायालय ने पहले उन्हें न्यायिक अभिरक्षा मे रख लिया. बाद मे उनके वकील द्वारा उनकी जमानत के लिए आवेदन दिया और दोपहर बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने उन्हे 40 हजार के निजी जमानत पर रिहा कर दिया..

  • यह था पूरा मसला..
    गौरतलब है कि भाजयुमो जिलाध्यक्ष के पद पर रहते हुए अनुराग सिंह समेत अन्य लोगों ने सन् 2004 मे संगम चौक पर चक्काजाम किया गया था. जिस पर कोतवाली थाना पुलिस ने अनुराग सिंह समेत अन्य भाजयुमो कार्यकर्ता मामला दर्ज किया और कुछ समय बाद उन्हे फरार बताकर न्यायालय मे चलान पेश कर दिया था. इधर अनुराग कि गिरफ्तारी और फिर रिहाई के बाद भाजपा प्रत्याशी के वकील का कहना है कि अनुराग को ये पता ही नही था कि पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है और चलान पेश किया है.
  • सूबे के सरकार की दबाव में थी पुलिस!.. जे.पी…

वही न्यायालय मे अनुराग सिंह के सरेंडर करने के बाद राजनीति मे भी उबाल आ गया है. कांग्रेस ने इस मामले पर अनुराग सिंह पर गंभीर आरोप लगा दिया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जे पी श्रीवास्तव के मुताबिक सरकार के दबाव के कारण अभी तक पुलिस ने अनुराग सिंह को गिरफ्तार नही किया था. जबकि वो हर शासकीय कार्यक्रमो और खुद मुख्यमंत्री के कार्यक्रमो मे शामिल हुआ करते थे..

  • कांग्रेसियों का था षडयंत्र ..
    अम्बिकापुर से भाजपा प्रत्याशी के सरेंडर करने की खबर शहर मे आग की तरह फैल गई और फिर भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की. इतना ही नही भाजपा के वरिष्ठ नेता और जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने तो इस मामले मे कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुराग सिंह ने कांग्रेस शासन काल मे विकास के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया था. और तात्कालिन कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था. और अब उस मामले को कांग्रेस उठा रही है.

बहरहाल अम्बिकापुर विधानसभा के लिए दूसरे चरण मे मतदान होना है और अभी यहां पर नामांकन भरने की तारिख भी नही आई है.. लेकिन उसके ठीक पहले अनुराग सिंह का सरेंडर और रिहाई के मामले ने सरगुजा की राजनीति को एक अलग हवा दे दी है. लेकिन अब देखना ये हवा अनुराग के पक्ष मे बहती है या कांग्रेस प्रत्याशी टीएस सिंहदेव के पक्ष मे…..