प्रशासन के आदेश को ठेंगा : अपनी नेतागिरी चमकाने सामरी विधायक का स्वागत कार्यक्रम, बैठक.. रोज जारी हो रहे है सत्ता पक्ष के प्रोटोकॉल!..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..कोविड 19 के संक्रमण काल मे प्रदेश कई हिस्सों में लॉक डाउन है..और धारा 144 प्रभावशील है..धरना प्रदर्शन समेत राजनैतिक कार्यक्रमो के आयोजनों पर पांबन्दी है..वही दूसरी ओर सत्ता पक्ष के एक संसदीय सचिव ऐसे भी है..जो लोगो की जान को खतरे में डाल अपनी नेतागिरी चमकाने में लगे हुए है..और एक बाद एक उनके स्वागत और जनसम्पर्क ,बैठक के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है..और सबसे अहम बात तो यह है..की ये गतिविधिया स्थानीय प्रशासन के बगैर अनुमति के ही हो रहा है..

बता दे कि 29 जुलाई को सामरी विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज का एक प्रोटोकाल ब्लाक कांग्रेस कमेटी शंकरगढ़ की ओर से जारी हुआ था..जिसमे बूथ लेवल से लेकर पार्टी के अन्य पदाधिकारियों को विधायक के स्वागत कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था..जिसके बाद बैठकों और जनसम्पर्क अभियान की सूचना दी गई थी..लेकिन ब्लाक कांग्रेस कमेटी का प्रोटोकॉल जिला प्रशासन के उस आदेश की खुलेआम उलंघन कर रहा था..जिसमे यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित था..की जिले में 26 जुलाई से 2 अगस्त की मध्यरात्रि तक लॉक डाउन व सार्वजनिक गतिविधियों पर रोक लगाई गई थी..और अति आवश्यक होने पर क्षेत्रीय दंडाधिकारियों से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया था..आदेश के उलंघन पर विधि संगत कार्यवाही का हवाला भी दिया गया था..बावजूद इसके सामरी विधायक चिंतामणि महराज का कार्यक्रम आयोजित हुआ..उन्होंने जनसम्पर्क भी किया ..और बैठके भी ली..जहाँ मौजूद लोगों की तादाद लगभग शासन द्वारा निर्धारित संख्या से कही अधिक थी..

दरअसल सामरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक चिन्तामणि महराज हाल ही में संसदीय सचिव बनाये गए है..और उन्हें गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से संबद्ध किया है..लिहाजा बगैर अनुमति की हो रही इन गतिविधियों पर लगाम लगाने वाली पुलिस ने भी मौन स्वीकृति प्रदान की थी..

वही अब इस मामले में एसडीएम कुसमी दीपक निकुंज ने अनभिज्ञता जाहिर की है.. और मामले को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही करने आश्वस्त किया है..

बहरहाल कोविड 19 के संक्रमण काल मे जब लोगो को घरों पर रहने की हिदायत दी जा रही है..ऐसे समय मे माननीय के स्वागत और बैठक के कार्यक्रम से क्या साबित होगा यह समझ से परे है..और आमजनों पर तो प्रशासन के आदेश उलंघन के मामले दर्ज हो रहे है..पर क्या माननीय पर मामले दर्ज होंगे?..