सरगुज़ा के इस तालाब में ऐसा क्या है कि सुबह-शाम रंग बदलता है पानी

अम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ का शिमला के नाम से मशहूर मैनपाट के अजुबों के बारे में तो आपने सुना ही होगा. चाहे वो उल्टा पानी हो या जमीन हिलने वाली जलजली. लेकिन इन सब के अलावा एक रहस्यमयी तालाब के बारे में पता चला है. जो अम्बिकापुर से मैनपाट जाने वाले मुख्य मार्ग के किनारे बसे एक गांव में है. इस गांव के तालाब की चर्चा इन दिनों इसलिए तेज हो गयी है, क्योंकि तालाब का पानी समय के अनुसार अपना रंग बदलता है. सुनने में आश्चर्य जरूर लगता है, लेकिन ये सच है, खुली आँखों से देखें तो तालाब का पानी लाल दिखता है. अब ऐसा क्यों हो रहा है. क्या ऐसा हो सकता है? क्या पानी मे किसी ने कुछ मिलाया है? ऐसे तमाम सवाल उबल रहे है.

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दरअसल, सरगुज़ा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 15 किलोमीटर दूर में बरगंवा नामक एक गांव है. जहां का तालाब इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वजह हैरान कर देने वाली है. बताया जाता है कि इस तालाब के पानी का रंग सुबह और शाम को अलग-अलग रंग में बदल जाता है. सुबह लाल रंग, और शाम को हरा हो जाता है. इस तालाब की चर्चा अब एक दूसरे से जुड़ते हुए दूर तक जा चुकी है, और शायद यही वजह है लोग दूर-दराज से तालाब को देखने पहुंच रहे है. परसापाली गांव के बलदेव सिंह के मुताबिक़ पानी के रंग बदलने का कारण तो नहीं पता, लेकिन तालाब का पानी सुबह लाल, और शाम को हरा हो जाता है. हालांकि फ़टाफ़ट न्यूज़ डॉट कॉम तालाब के पानी के रंग बदलने की पुष्टि नहीं करता है.

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बहरहाल, बरगंवा के तालाब की कहानी काफ़ी मशहूर हो चली है. इस तालाब को देखने के लिए लोग गांव पहुंच रहे है, और ये जानने की कोशिश में लगे है कि ऐसा कैसे हो सकता है? तालाब के पानी के रंग बदलने के पीछे की केमेस्ट्री जो भी हो, लेकिन ऐसा अजूबा पहली बार हुआ है. जो कभी किसी ने नहीं देखा होगा. ऐसे में तालाब को देखने के लिए भीड़ उमड़ना लाजमी है. जो बरगंवा में नजर आ रहा है.

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