दो माह पहले हुई हत्या के आरोपी गिरफ्तार

भटगांव (बिट्टू सिंह राजपूत) सुरजपुर जिले के चन्दौरा थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बटई में गत् 29 मई को आहत मृतक भददु साव निवासी बटई को रास्ते में आते समय रात्रि करीब 11:00 बजे गांव के देव प्रसाद साण्डिल्य पिता बहादुर सिंह अपने 2 साथी के साथ मिलकर रास्ता रोककर मारपीट कर धक्का देकर गिरा दिया था जिससे मृतक  भद्दू साव रातभर वहीं पड़ा था, दूसरे दिन गांव के लोग देख कर घर वालो को जानकारी दी सुचना पर  घर वाले घटना स्थल पहुच देखा तो घायल अवस्था मे भद्दू साव पडा था जहा से तत्काल उपचार के लिये वाड्रफनगर ले जाया गया जहा से डाक्टरों ने रिफर  अम्बिकापुर कर दिये जहा परिजन ले गये। इस दौरान गांव में पंचायत भी किऐ गये व रिपोर्ट करने पर थाना चन्दौरा में अपराध क्रमांक 43/17 धारा 341, 294, 506, 323, 34 के तहत् अपराध पंजीबद्ध किया गया।

आहत भद्दू साव कि उपचार के दौरान जिला अस्पताल अम्बिकापुर में मौत हो गई, पीएम रिपोर्ट में डाॅक्टर द्वारा चोट लगने, हड्डी टूटने से मृत्यु होना लेख किये जाने पर थाना प्रभारी चन्दौरा सी.पी. तिवारी द्वारा हालात से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी. साय को बताया गया जो तत्काल प्रकरण में धारा 302 जोड़ने व आरोपियों की गिरफ्तारी करने हेतु आदेषित किये गये.. आरोपी  गांव में हुए पंचायत बैठक के बाद से ही फरार हो गया था ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत व एसडीओपी प्रतापपुर आर.के.शुक्ला के नेतृत्व में उक्त प्रकरण के आरोपी की घेराबंदी कर आज गांव में आने की सूचना पर पकड़ा गया जो पूछताछ में आरोपी देवप्रसाद साण्डिल्य पिता बहादुर सिंह उम्र 20 वर्ष निवासी बटई व 02 अन्य अपचारी बालक तीनों एक साथ नाच देखे जाने कि बात कबुल करते हुऐ बताया कि रास्ते में भद्दू साव मिला जो देवप्रसाद का धक्का लग गया तो मृतक भद्दू बोला दिखता नहीं है क्या उस बात पर उसे हाथ मुक्का, पैर से पसली एवं पीठ में मारकर आरोपी उसे गिरा दिया था फिर नाच देखने चला गया ।

मामले में इनके विरूद्व अपराध सबूत पाये जाने पर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी चन्दौरा सी.पी. तिवारी, एसआई विरेन्द्र कंवर, एएसआई रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक मानिकचन्द, विवेकानंद सिंह, आरक्षक अवधेष कुशवाहा, मिथलेष गुप्ता, इन्द्रजीत सिंह, प्रदीप तिर्की, रामाधार, प्रमोद लकड़ा, रामकुमार व अन्य स्टाफ सक्रिय रहे।