सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा द्वारा जिले के थाना/चौकी प्रभारियों को आईपीएल सट्टे पर प्रभावी कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिये गये थे। निर्देश के परिपालन में सूरजपुर थाना प्रभारी बसंत खलखो अधिनस्थ स्टाफ एवं क्षेत्र में मुखबीर लगााकर आईपीएल सट्टेबाजी पर निगाह बनाए हुए थे। इसी क्रम में 25 अप्रैल को मुखबीर द्वारा पम्पापुर निवासी युगेश साहू अपने घर के पास सड़क में घुम-घुमकर चेन्नई सुपर किंग्स और राॅयल चैलेंज बैंगलरू के मैच के दौरान लाइव क्रिकेट सट्टा मोबाइल फोन के माध्यम से आनलाइन सट्टा खेले जाने की सूचना दिया गया।
सूचना को पुख्ता कर थाना प्रभारी सूरजपुर पुलिस टीम के साथ युगेश साहू के घर के दुकान के पास रोड में सट्टा रेड कार्यवाही करने दबिश दिए। चेन्नई सुपर किंग्स और राॅयल चैलेंज के मैच पर युगेश साहू द्वारा मोबाइल पर आनलाइन सटटा लगाने वालों के नाम नोट करते मिला। मौके पर गवाहों के समक्ष युगेश साहू से आनलाइन पैसों का ट्रांजेक्शन व उसके मोबाइल पर मिला नगद 2000 रूपये एवं उसके मोबाइल में क्रिकेट मैच में दांव लगाने का रिकार्ड व मोबाइल को जप्त कर अपराध क्रमांक 195/21 धारा 4(क) सार्वजनिक द्यूत अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।
इसी क्रम में कोतवाली पुलिस की टीम के द्वारा सूरजपुर के जेलपारा निवासी शब्बीर आलम के द्वारा अपने घर के पास आनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाये जाने की सूचना पर उसके घर के पास रोड में कार्यवाही की गई। रेड कार्यवाही दौरान शब्बीर आलम द्वारा दिल्ली कैपिटल्स और सनराईजर हैदराबाद के मैच दौरान लाइव क्रिकेट सट्टा अपने मोबाइल फोन के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांजिस्ट कर मैच में दांव लगा रहा था। जिसे मौके पर गवाहोें के समक्ष नगद 2700 रूपये एवं ऑनलाइन मोबाइल पर लेन देन के रिकार्ड सहित मोबाइल को जप्त कर अपराध क्रमांक 196/21 धारा 4(क) सार्वजनिक द्यूत अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई। दोनों ही मामलों के आरोपियों के विरूद्व पृथक से प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहां से दोनों को जेल भेज गया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में सूरजपुर थाना द्वारा गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल रिकार्ड एवं उनसे मिली जानकारी पर सट्टा खिलवाने की और जानकारी सायबर सेल से निकालवायी जा रही है। जल्द ही सूरजपुर सहित अन्य थाना क्षेत्र में क्रिकेट सटटे पर बड़ी कार्यवाही की जावेगी।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर बसंत खलखो, प्रधान आरक्षक तालीब शेख, अदीप प्रताप सिंह, आरक्षक रामकुमार नायक, लक्ष्मी नारायण मिर्रे सक्रिय रहे।