खुद बाइक चलाकर निकल पड़े कलेक्टर.. मलेरिया पीड़ित गाँव का किया दौरा

बैजनपाठ में वाटर सप्लाई और राषन दुकानें खुलेंगी

सूरजपुर कलेक्टर के0सी0 देवसेनापति ने आज सूरजपुर जिले के मध्यप्रदेष की सीमा से लगे चांदनी बिहारपुर क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र मलेरिया प्रभावित ग्राम कोल्हुआ सहित पहाड़ी क्षेत्र बैजनपाठ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए बेस कैम्प का अवलोकन किया बड़ी बात यह है की कलेक्टर इस गाँव में खुद बाइक चलाकर पहुचे.. और मरीजो को उपलब्ध करायी जा रही चिकित्सा सुविधा के बारे में पूछताछ की। स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा है कि प्रभावित गांव एवं बस्तियों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर मलेरिया प्रभावितों को दवाई खिलवाना भी सुनिष्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने स्थिति पर लगातार निगरानी रखने के निर्देष दिए तथा कहा कि कोल्हुआ गांव तक बेस कैम्प चालू रखें। कलेक्टर को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है तथा प्रभावितों को आवष्यक दवाईयां उपलब्ध करा दी गई है।
कलेक्टर देवसेनापति ने ग्राम कोल्हुआ में ग्रामीणों से कहा कि बुखार होने पर वे डॉक्टर से जांच कराएं और मलेरिया होने पर तीन दिन तक पूरी खुराक लेवें। उन्होंने कहा कि मलेरिया की दवाई को खाली पेट न लेवें और दवाई को बीच में लेना न छोडे़। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे मेडिकेटेड मच्छरदानी का उपयोग सोते समय अवष्य करें। इसके साथ ही उन्होंने शौचालयों का उपयोग करने की समझाईष ग्रामीणों को दी। उन्होंने कहा कि घरों के आस-पास के गढ्ढो में भरे पानी में मिट्टी तेल डालें ताकि मच्छर न फेलने पाएं। आज कलेक्टर ने महुली गांव के कोटवार रामपेठावन के घर जाकर मच्छर से बचने के लिए डी.डी.टी. का छिड़काव करते हुए देखा और कहा कि प्रत्येक घरों में डी.डी.टी. का छिड़काव करायें। इसके लिए 10 अतिरिक्त डी.डी.टी. स्प्रे मंगाई गई है। सभी ग्रामीणजनों से कहा गया कि वे अपने घर के सभी कमरों में डी.डी.टी. का छिड़काव कराएं। डी.डी.टी. का छिड़काव कराते समय खाने के सामग्री व बर्तनों को ढककर रखें। ग्रामीणों से बासी खाना का उपयोग नहीं करने का आग्रह किया गया। इसके साथ ही पानी को उबालकर पीने और एक मटके पानी में एक क्लोरीन की गोली डालकर उसे पेयजल के रूप में उपयोग करने की समझाईष दी गई।
कलेक्टर ने ओड़गी के एसडीएम और राजस्व अधिकारियों तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों से कहा है कि वे मलेरिया प्रभावित गांवों में जाकर लोगों को स्वास्थ्य षिक्षा देकर जागरूक करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि हाई स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को मलेरिया और आंत्रषोथ के लक्षण और इनसे बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी देवें, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में जागरूकता उत्पन्न हो सके। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों द्वारा फॉलोअप  उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इनमें ग्राम कोल्हुआ की बुखार से पीड़ित आज इस कैम्प में 90 ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिनमें से 56 बुखार के तथा 08 मलेरिया पीड़ित पाये गये। कलेक्टर ने बताया है कि चांदनी बिहारपुर क्षेत्र में मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की 27 टीम गठित कर गांव-गांव और मजराटोलों के घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
कलेक्टर देवसेनापति ने आज वनांचल पहाड़ी क्षेत्र बैजनपाठ जाकर ग्रामीणों से मिलें तथा नल-जल कनेक्षन हेतु वाटर सप्लाई का निरीक्षण किये। उन्होंने ग्रामीणों को मनरेगा से जुड़ने हेतु प्रेरित किया। इन क्षेत्रों में आठवीं पढ़कर छोड़ चुके बालिकाओं से भी मिलें एवं उनको कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में दाखिला लेने कहा है। प्राथमिक स्कूल में अतिरिक्त कक्ष, किचन शेड का निर्माण कराने कहा और बैजनपाठ में ही राषन दुकान खोलने स्वीकृत किया है। बैजनपाठ में कुल 46 मरीजों की जांच हुई, जिनमें से 06 मलेरिया प्रभावित पाये गये।

निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर  सर्वनाथ राम, मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर से एमडी डॉ0 मो0 शागिल, षिषु रोग विषेषज्ञ डॉ0 राकेष वर्मा, पैथोलॉजिस्ट डॉ0 अल्का सिंह, पीएसएम डॉ0 आभा एक्का, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 अषोक जायसवाल, एसडीएम भैयाथान श्री रवि सिंह, डिप्टी कलेक्टर डॉ0 प्रियंका वर्मा, डॉ0 आदित्य राजवाडे़, डॉ0 दीपक जायसवाल, डॉ0 अजय मरकाम, डीपीएम गनपत नायक, सहित अस्पताल के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।