कोटा में पढ़ाई कर रहे 32 विद्यार्थियों को रायगढ़ से सूरजपुर लेकर पहुंची बस.. 14 दिनों तक रहेंगे होम आईसोलेशन में…

सूरजपुर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने बच्चों को सुरक्षित घर वापसी को लेकर कराया व्यापक इंतेजाम…

जिले के 6 विकासखण्ड के 158 बच्चे आ रहे अपने गृह जिला…

स्टूडेंट की थर्मल स्क्रीनिंग कर दी गई मास्क

बच्चों को लाने वाली बस को किया गया सेनेटाइज

स्टूडेंट व अभिभावकों को होम आईसोलेशन में रहने लगाई गई निशान…

सूरजपुर. राज्य शासन ने कोटा में मेडिकल व इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्रों की परेशानी को देखते हुए उनकी मदद के लिए कदम बढ़ाया और उन्हें कोटा से लाकर विभिन्न जिलों में 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया था. जिन्हें अब उनके गृह जिलों में बसों से पहुंचाया जा रहा है. हालांकि अब सभी छात्रों एवं उनके अभिभावकों को 14 दिनों तक घरों पर ही होम आईसोलेशन में रहना होगा. ताकि कोविड-19 के संक्रमण के संभावित खतरे से बचा जा सके. इन बच्चों को सुरक्षित घर वापसी को लेकर कलेक्टर दीपक सोनी व पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने व्यापक इंतेजाम कराया है.
           

कलेक्टर दीपक सोनी के द्वारा कोटा के स्टूडेंट जो रायगढ़ से सूरजपुर में आ रहे है. उनका थर्मल स्क्रीनिंग जांच, बच्चों को मास्क वितरण, स्टूडेंट को उनके अभिभावकों के साथ घोषणा पत्र लेकर भेजने एवं वाहन के सेनेटाईजेशन की व्यवस्था कराई है. प्रशासन की टीम के द्वारा बच्चों के जिले में आने की सूचना पूर्व से ही सभी पालकों को दे दी गई थी.
         

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर राजेश कुकरेजा ने कोटा में पढ़ने वाले बच्चों के जिले में पहुंचने पर सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए भारी संख्या में पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है.
          

बुधवार को कोटा में पढ़ने वाले 32 स्टूडेंट जिन्हें रायगढ़ में क्वाॅरेंटाइन कर रखा गया था. उन बच्चों को लेकर आज सुबह एक बस मुख्यमंत्री डीएव्ही पब्लिक स्कूल तिलसिवां सूरजपुर पहुंची. बसों से स्टूडेंट के उतरने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा उनका थर्मल स्क्रीनिंग करते हुए बच्चों को मास्क वितरण किया. विभिन्न जिलों में ठहरे 158 स्टूडेंट जो इस जिले के सूरजपुर, प्रेमनगर, प्रतापपुर, रामानुजनगर, भैयाथान व ओड़गी के रहने वाले है. उनमें से 32 स्टूडेंट आ चुके है. शेष स्टूडेंट भी जल्द यहां पहुंचेंगे.

14 दिनों तक स्टूडेंट व उनके अभिभावक रहेंगे होम आईसोलेशन में…
          

कोटा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं जो दूसरे जिले में रूके थे. उनके जिले में आने पर सभी छात्रों तथा उनके अभिभावकों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर शपथ पत्र ली गई. जिसमें उनका पूरा विवरण एवं मोबाईल नंबर का भी उल्लेख कराया गया. साथ ही छात्र और अभिभावक 14 दिवस तक केवल अपने घर में होम आईसोलेशन में रहेंगे. घर के बाहर नहीं जायेंगे..और ना ही किसी व्यक्ति से मिल सकेंगे. साथ ही कोरोना संक्रमण से अन्य व्यक्तियों को बचाने के लिए शासन एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी समस्त निर्देशों/सावधानियों का पालन भी करेंगे. प्रशासन ने इन छात्रों के अभिभावकों को भी 14 दिन तक होम क्वाॅरेंटाइन में रहने के निर्देश दिए है.

हेल्प डेस्क से बच्चों एवं उनके अभिभावकों को दी गई जानकारियां
            

कोटा में पढ़ने वाले स्टूडेंट के पहुंचाने पर मुख्यमंत्री डीएव्ही पब्लिक स्कूल तिलसिवां में बनाए गए हेल्प डेस्क से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने इन बच्चों एवं उनके अभिभावकों को एनाउन्स कर उन्हें सोशल फिजिकल डिस्टैंस मेनटेन करने, फेस मास्क का उपयोग करने, दिए गए मोबाईल नंबर को चालू रखने सहित अन्य सावधानियों का पालन करने की समझाईश दी है.

• बच्चों को लाने वाली बस को किया गया सेनेटाइज…
        

स्टूडेंट को लेकर यहां पहुंचे बस एवं उन्हें लेने आए अभिभावकों के वाहनों को भी प्रशासन के द्वारा सेनेटाइज कराया गया ताकि संक्रमण का प्रसार न हो सके.

स्टूडेंट व अभिभावकों को होम आईसोलेशन में रहने लगाई गई निशान…
         

कोटा में पढ़ने वाले बच्चों के यहां पहुंचने पर सभी स्टूडेंट एवं उनके अभिभावकों को होम आईसोलेशन में रहने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा उनके हाथ में निशान भी लगाया है।

इस दौरान सीईओ अश्वनी देवांगन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, नायब तहसीलदार अमृता सिंह, रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे, निरीक्षक बाजीलाल सिंह, एसआई सुनीता भारद्वाज, एसआई के.पी.चैहान, एएसआई संजय सिंह, बृजेश यादव सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.