सरगुजा: गुणवत्ता को ताक पर रखकर कराया गया तटबंध निर्माण… मामला संज्ञान में आने के बाद भी संबंधित अधिकारी ने साधी चुप्पी



अम्बिकापुर/सीतापुर/अनिल उपाध्याय: नाला को कटाव से बचाने हेतु गुणवत्ता को ताक पर रखकर तटबंध का निर्माण करा दिया गया। यह बात संबंधित तकनीकि अधिकारी के संज्ञान में आने के बाद भी उन्होंने जाँच की बजाए चुप्पी साध ली। वही मौके पर पड़ा निर्माण सामग्री इस बात की गवाही दे रही है कि सरकार द्वारा निर्माण कार्य हेतु तय मापदंड की अनदेखी की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि लाखो की लागत से कराई गई तटबंध निर्माण की अगर जाँच हो जाये तो तकनीकी अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी की सांठगांठ से निर्माण कार्य मे बरती गई लापरवाही सामने आ जाएगी।

गौरतलब है कि ग्राम पंचायत बमलाया में रायकेरा जाने वाले मार्ग पर पोपरेल नाला में 10 लाख की लागत से तटबंध का निर्माण कराया गया है। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग की निगरानी में होने वाले इस काम की निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत बमलाया था। जिसने पोपरेल नाला में निर्माण कार्य के दौरान शासन द्वारा तय मापदंड को ताक पर रखते हुए तटबंध का निर्माण करा दिया। तटबंध हेतु खोदी गई नींव की गहराई में कोताही बरती गई। ताकि कम लागत में नींव तैयार हो सके।

इसके अलावा निर्माण कार्य मे क्रेशर स्टोन का प्रयोग करना था किंतु ग्राम पंचायत द्वारा हाथ से तोड़ी गई अनुपयोगी गिट्टी प्रयोग में लाया गया। जिसे दशकों पहले शासन ने सरकारी काम मे प्रयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये सारा काम ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के तकनीकि अधिकारियों की देखरेख में हुआ। किंतु उन्होंने इस गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य मे सुधार कराने के बजाए अपनी आँखें फेर ली। नाले में निर्मित तटबंध एवं
मौके पर पड़ा निर्माण सामग्री देख सहज रूप से ये अंदाज लगाया जा सकता है कि इस निर्माण कार्य मे विभागीय अधिकारियों की पूरी सांठगांठ थी। जिसकी वजह से पोपरेल नाला में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया।

इस संबंध में अलमु, रामदेव, जोखन, अनुक, नजमु समेत अन्य कई लोगो ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता को दरकिनार कर दिया गया था। इसकी जाँच संबंधित विभाग के बजाए किसी अन्य विभाग के तकनीकि शाखा के अधिकारियों से कराई जाए। ताकि ग्राम पंचायत एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा तटबंध निर्माण में कई गई लापरवाही उजागर हो सके।

इस संबंध में तटबंध निर्माण कार्य के उपअभियंता तपन चक्रेश ने बताया कि काम मे गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा गया है। निर्माण के दौरान थोड़ा बहुत उपर नीचे हो जाता है। वही एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा मनोज सिंह ने कहा कि निर्माण कार्य की जाँच कराई जाएगी। निर्माण कार्य मे गुणवत्ता की कमी पाए जाने संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई किया जायेगा।