समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जिले में पूरी तैयारी कर ली गई है। 1 दिसंबर से प्रारंभ हो रहे धान खरीदी के लिए किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी किया जा रहा है। सूरजपुर जिले में इस बार धान खरीदी की पूर्ण तैयारी किया गया है। खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधा देने विशेष ध्यान रखा गया है। किसानों की समस्याओं के निराकरण और जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर और जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। बिचौलियों पर नजर रखने जिला स्तरीय निगरानी समिति दल का गठन किया गया है।
इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी विजय किरण ने बताया कि सूरजपुर में 50 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं जिसकी प्रारंभिक तैयारी एवं व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई है। धान खरीदी के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था कर लिया गया है। वर्तमान में 1 माह के लिए धान खरीदी के लिए बरदाना की कमी एवं समस्या नहीं आएगी। पर्याप्त बरदाना की उपलब्धता है। वरदानी की बेहतर व्यवस्था के लिए पीडीएस दुकानों एवं राइस मिलीरों से संग्रहित किया जा रहा है। सभी केंद्रों में एक माह हेतु नए एवं पीडीएस बारदाने पहुंचाए गए हैं। केंद्रों में टोकन की व्यवस्था हेतु समिति स्तर पर नोडल अधिकारी की निगरानी में छोटे एवं बड़े किसानों के निर्धारित अनुपात में टोकन जारी किए जाने की कार्य योजना बनाई गई है।
उन्होंने बताया की समितियों में पर्याप्त निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगा लिया गया है तथा जिले में अवैध रोकने द्वि स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं साथ ही 8 उड़नदस्ता दल का गठन किया गया है जो तहसील स्तरीय पर कार्यवाही करेगी। जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में चेक पोस्ट स्थापित कर निगरानी रखी जा रही है। किसानों की सुविधा के लिए प्रदेश शासन के निर्देशानुसार जिले में संपूर्ण व्यवस्था की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 48 उपार्जन केन्द्र की जगह 50 उपार्जन केन्द्र बनायें गये हैं। इस वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या में 21.58 प्रतिशत् की वृद्धि हुई है, जिसमें 42888 किसानों की जगह इस वर्ष 52147 किसान धान बेचेंगे। इसके साथ ही रकबा भी 62825.80 से बढ़कर 73431.89 दर्ज किया गया है, जिसमें 16.88 प्रतिशत् की वृद्धि हुई है।