सूरजपुर। 10 नवंबर 21 को ग्राम परमेश्वरपुर, थाना चंदौरा निवासी उदय सोनपाकर थाना प्रतापपुर में सूचना दिया कि यह और इसका दोस्त हिमेन्द्र सिंह 8 नवम्बर को प्रतापपुर घुमने गए थे, जहां से हिमेन्द्र अपने दोस्त से मिलने चला गया और जिसके बाद से उसका का मोबाईल बंद है। काफी खोजबीन करने पर उसका पता नहीं चला। सूचना पर गुम इंसान कायम कर पतासाजी की गई। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने थाना प्रभारी प्रतापपुर किशोर केंवट को गंभीरतापूर्वक जांच करने के निर्देश दिए।
एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर की पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली कि हेमन्त सिंह को आखरी बार विजय बघेल व 2 अन्य लोगों के साथ देखा गया था। जिसके आधार पर पुलिस विजय बघेल को हिरासत में लिया गया, पूछताछ पर उसने बताया कि हेमन्त इसके घर आया था, जहां उसकी पुत्री से बातचीत करने की बात को लेकर अपने भाई बबलू उर्फ रामचंदर व पड़ोसी असरफ पिता अब्दुल के साथ मिलकर घर में मारपीट करते हुए उसे ग्राम अमनदोन में ले जाकर टांगी-लाठी से प्राणघातक प्रहार कर हत्या कर दिए और अपराध से बचने के लिए लाश को कुआं में डाल दिए। तीनों आरोपियों के विरूद्व धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्व करते हुए आरोपियों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी, लाठी व मृतक का मोबाईल बरामद करते हुए आरोपी विजय बघेल उम्र 35 वर्ष, रामचंद्र ऊर्फ बबलू उम्र 24 वर्ष व अशरफ पिता मो. अब्दुल उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम अमनदोन, थाना प्रतापपुर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
इस कार्यवाही में कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर किशोर केंवट, चौकी प्रभारी खडगवां सी.पी.तिवारी, एसआई नवल किशोर दुबे, एएसआई राजेश तिवारी, बजरंगी चौहान, मंत्रीराम मिंज, प्रधान आरक्षक लखेश साहू, आरक्षक अभय तिवारी, अवधेश कुशवाहा, मिथलेश गुप्ता, शेखर मानिकपुरी, हरीशंचद दास, राजीव लोचन, प्रवीण पैकरा, रमेश्वर पैकरा, निरंजन एक्का, अभिमन्यु पैकरा, महिला आरक्षक धनेश्वरी कुजूर सक्रिय रहे।