सूरजपुर। बीते वर्ष 21 नवंबर 2019 को एक व्यक्ति ने बसदेई पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराया था.. कि 12 नवंबर 2019 को इसकी नाबालिक पुत्री कोचिंग जाने को कहकर घर से निकली थी। लेकिन शाम हो जाने पर भी घर लौटकर वापस नहीं आई। परिजनों द्वारा आस पड़ोस एवं रिश्तेदारों के पास भी पता तलाश किया गया। लेकिन कहीं नहीं मिली तो परिजनों ने आशंका जताई.. कि कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसला कर भगाकर ले गया है। रिपोर्ट पर बसदेई चौकी में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
गौरतलब है कि एसपी ने 06 फरवरी को थाना-चौकी प्रभारियों की बैठक लेकर गंभीर मामलों के आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने एवं अपहरण के मामले में अपहृता की पतासाजी कर दस्तयाब करने के निर्देश दिए थे। मामले की जांच के दौरान चौकी प्रभारी सुनील सिंह ने अपहृता के परिजनों, रिश्तेदारों एवं आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ पर जानकारी ली। तो पता चला कि अपहृता संभवतः आसाम में है, जिसकी जानकारी से सूरजपुर एसपी को अवगत कराया गया। जिसके बाद उन्होंने एक बड़ी पुलिस टीम गठित किया और आसाम से अपहृता को लाने की रणनीति बनाई..और रवाना होकर आसाम पहुंची।
बसदेई पुलिस टीम को आसाम में अपहृता के बरामदगी में सहयोग करने सूरजपुर एसपी ने जिला मोरीगांव आसाम के पुलिस अधीक्षक से चर्चा की। बसदेई पुलिस टीम आसाम पहुंचकर थाना प्रभारी जागीरोड़, जिला मोरीगांव से मिलकर प्रकरण के संबंध में जानकारी दी और अपहृता के बरामदगी के लिए सहयोग मांगा.. और पुलिस टीम ने नई तकनीक की मदद् से गांव सिलभंगा, थाना जागीरोड़ आसाम से अपहृता को आरोपी मोमीन खान के कब्जे से बरामद किया।
मामले की जांच में पता चला कि आरोपी ने पबजी गेम के माध्यम से अपहृता से जान पहचान कर उसे शादी करने का झांसा दिया और आसाम से यहां आकर अपहृता को अपने साथ आसाम ले गया। जहां आरोपी ने अपहृता का शारीरिक शोषण भी किया। पुलिस ने मामले में अलग से धारा 366, 376 भादवि, पाक्सो एक्ट की धारा 4, 6 जोड़ते हुए आरोपी मोमीन खान पिता अवल खान (19) निवासी सिलभंगा, थाना जागीरोड, जिला मोरीगांव आसाम को विधिवत् गिरफ्तार किया।
यात्रा की अवधि 24 घंटे से अधिक होने के कारण मामले के जांचकर्ता चौकी प्रभारी सुनील सिंह के द्वारा प्रकरण में सीजेएम न्यायालय मोरीगांव आसाम से आरोपी का 04 दिनों का ट्रान्जिट रिमाण्ड विधिवत् प्राप्त कर आरोपी व अपहृता को वापस सूरजपुर लेकर पहुंचे और आरोपी को न्यायालय सूरजपुर के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, आरक्षक महेन्द्र यादव, महेन्द्र सिंह, जितेन्द्र पटेल, अमरेन्द्र दुबे, देवदत्त दुबे व महिला आरक्षक अलती राजवाड़े सक्रिय रहे।