सूरजपुर। बीते 25 सितम्बर को ग्राम बृजनगर, चौकी लटोरी निवासी राजेन्द्र प्रसाद राजवाड़े ने चौकी में सूचना दिया कि 24 सितम्बर की रात्रि में यह अपने पुत्र 15 वर्षीय रितिक राजवाड़े को पढ़ाई करने के बाद लाईट बंद कर देना बोलकर अपने कमरा में सोने चला गया, सुबह करीब 3.00 बजे उठा तो देखा कि घर का दरवाजा खुला है, रितिक अपने कमरे में नहीं है और उसका मोबाईल जिसे पढ़ाई करने के लिए दिया था वह भी नहीं था। सुबह खोजबीन करने के दौरान वहीं कूछ दूरी पर निर्माणाधीन भवन के पास गया तो देखा कि उसके लड़के का चप्पल वहां पड़ा है निर्माणाधीन भवन के अंदर एक पुराना इस्तेमाली कथरी में काफी खून लगा हुआ था, जो शंका कर आसपास खोजबीन करने लगा तभी परसोहनी तालाब के भीट के झाडी के पास रितिक का शव मिला जिसे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से मारकर हत्या कर उसके शव को छिपा दिया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 302, 201 भादवि के तहत मामला पंजीबद्व किया गया।
मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के नेतृत्व में थाना प्रभारी जयनगर, चौकी प्रभारी लटोरी की टीम गठित कर हत्या की जांच गंभीरतापूर्वक करते हुए आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने डॉग स्क्वार्ड, एफएसएल की टीम को मौके पर भेजते हुए साईबर टीम को सक्रिय किया।
प्रकरण की जांच के दौरान पुलिस टीम ने मुखबीर की सूचना व नई तकनीक की मदद से संदेही अपचारी बालक को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। जिसने रितिक की हत्या करना स्वीकार किया। पूछताछ पर अपचारी बालक ने बताया कि नीजि कारणों से पैसे की आवश्यकता थी और ऑनलाईन विडियों देखकर एक कूटरचना बनाई जिसके तहत वह अपने दोस्त को बुलाकर धोखे से टांगी से प्रहार कर हत्या कर दिया।
आरोपी अपचारी बालक यूट्यूब पर क्राईम विडियो देखा। जिससे उसके दिमाग में एक आईडिया आया कि रितिक उसका सबसे करीबी मित्र है। जिसकी हत्या कर उसके लाश को छिपा दुंगा और उसके ही मोबाईल से उसके घरवालों को फोन कर पैसे की मांग करूंगा। इसी योजना के तहत 24 सितंबर 2021 की रात्रि में रितिक को फोन करके सिगरेट पीने के लिए पास के निर्माणाधीन मकान में बुलाया। जहां अपचारी अपने मित्र सूरज चेरवा को फोन कर माचिस लाने कहा गया, सूरज चेरवा कुछ देर बाद माचिस लेकर आया और माचिस देकर चला गया। इसी बीच रितिक अपने मोबाईल पर गेम खेल रहा था। तब अपचारी बालक के द्वारा योजना के तहत पूर्व में नव निर्माणाधीन मकान के तालाब के बगल में छिपाकर रखे गए टांगी को वहां से लाया और पीछे की तरफ से रितिक के सिर व गर्दन में धारदार टांगी से प्रहार कर हत्या कर दिया। इस पूरे घटना को सूरज चेरवा ने देख लिया और डर से अपने घर भाग गया।
घटना के बाद अपचारी बालक टांगी छिपाकर सूरज चेरवा के घर गया और उसके घर के दरवाजे का कुंडी खटखटाया पर सूरज डर के कारण दरवाजा नहीं खोला। अपचारी बालक घटना स्थल पर कथरी को लाया और रितिक के गर्दन में बांध दिया और लाश को खसीटते हुए परसोहनी तालाब के भीट के झाडी में ले जाकर छिपा दिया और कथरी को घटना स्थल पर लाकर रख दिया। अगले दिन एक व्यक्ति को इस घटना के बारे में बताया और बचने के लिए अपना मोबाईल को एक आटो चालक को बेच दिया। प्रकरण में अपचारी बालक के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी, मृतक का मोबाईल व 2 सीम, अपचारी बालक का मोबाईल, कथरी जप्त कर विधिवत् गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय में पेश किया गया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, चौकी प्रभारी लटोरी सुनील सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी सक्रिय रहे।