सूरजपुर 07 जून 2014
- विश्व पर्यावरण दिवस पर शासकीय महाविद्यालय में पौधारोपण किया गया
- महाविद्यालय के शैक्षणिक, कार्यालयीन स्टाॅफ एवं लगभग 400 छात्र छात्राए रहे मौजूद
कलेक्टर डाॅ. एस.भारती दासन के निर्देशानुसार विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रेवती रमण मिश्र शासकीय महाविद्यालय परिसर में लगभग 800 पौधे लगाए गये और इसके साथ ही पौधों के संरक्षण के लिए टी-गार्ड की व्यवस्था शहर के गणमान्य एवं छात्रों और अभिभावकों के सहयोग से की गई महाविद्यालय भवन के मुख्य हिस्से में 60×100 का एक सुरक्षित उद्यान का निर्माण छात्रों के सहयोग से किया गया। उद्यान की सुरक्षा के लिए चारो ओर से घेराबन्दी कर विभिन्न प्रजाति के शो-प्लान्ट एवं अन्य पौधों का रोपण किया गया। इसके साथ ही महाविद्यालय के प्रमुख भव्य द्वार से महाविद्यालय भवन के दोनों ओर सुरक्षित टी-गार्ड के अंदर पौधे लगाये गये। छात्रों के द्वारा सभी लगाये गये पौधों को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर यह कार्य सम्पन्न किया गया।
वर्तमान समय में बढ़ते हुए ग्लोबल वार्मिगं के प्रति आज पूरा विश्व चिन्तित है जिसके कारण विश्व का हर देश पर्यावरण के प्रति चिन्तित है। वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व पर्यावरण असन्तुलन की चुनौती का समाना कर रहा है। बढ़ती हुई जनसंख्या विकास एवं पर्यावरण के बीच सामन्जस्यता की उपेक्षा हो रही है। शोधकर्ताओं के अनुसार कई विषैली गैसे वायूमण्डल मे बढ़ रही है जिसके कारण ओजोन परत भी क्षतिग्रस्त हो रही है। इससे पृथ्वी के तापमान में अप्रत्याशित बदलाव, ग्लेशियर का पिघलना, भूर्गभ जल स्तर का दिन प्रतिदिन घटना, जल एवं वायू मेें प्रदूषण ये सभी कारण भविष्य की पीढ़ियों के लिए विचारनीय है ऐसी स्थिति में पूरे विश्व के सामने यह एक चुनौती है कि पर्यावरण को मानव के अनुकुल बनाया जा सके। स्वस्थ्य पर्यावरण से ही
स्वस्थ्य समाज की कल्पना एवं सर्वांगिण विकास संभव है। इसी परिपेक्ष्य में विश्व के प्रत्येक नागरिक का यह मौलिक कर्तव्य है कि नैसर्गिक पर्यावरण जिसमें वन, झील, नदी, पहाड़, पर्वत तथा वन्य प्राणी जिनकी सुरक्षा किया जाना मानव जीवन के लिए अत्यन्त आवश्यक है। पर्यावरण असंतुलन के कारण ही आज विश्व के अनेक देशों में तरह-तरह की घटनाएॅ हो रही है। जिसके तहत् अभी कुछ समय पूर्व ही उतराखण्ड राज्य में पर्यावरण असंतुलन का एक भयावह दृश्य देखने को मिला। ऐसी स्थिति में आज के वर्तमान समय में हर नागरिक का यह नैतिक दायित्व है, कि वह पर्यावरण का संरक्षित बनाए रखने के लिए अपना पूरा-पूरा योगदान देवें। जिससे आने वाली पिढ़ी को इसका लाभ मिल सके।
इस अवसर पर महाविद्यालय के शैक्षणिक, कार्यालयीन स्टाॅफ एवं लगभग 400 छात्र/छात्राओं को महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. बी. के. गर्ग के द्वारा वृक्षारोपण एवं पर्यावरण को बनाये रखने के साथ-साथ गुटका, तम्बाखू एवं मादक पदार्थ के सेवन पर प्रतिबंध लगाये जाने के संबंध में शपथ दिलायी गई। सभी छात्र/छात्राओं ने उक्त कार्यक्रम की सराहना करने के साथ ही साथ पर्यावरण के प्रति स्वेच्छा से संकल्प लिया।