Turmoil in Chhattisgarh Congress: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग से इस्तीफे की पेशकश के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में खलबली मच गई है। उफनते सवालों के बीच कांग्रेस में शांति छाई हुई है। वहीं प्रमुख विपक्षी दल यानि भाजपा के नेता सीएम भूपेश बघेल और संगठन के अन्य नेताओं के बेहतर संबंधों को लेकर बयानबाजी कर रहे है। ऐसे में अब सवाल उठना लाजमी हो गया है कि संगठन के नेताओं और सीएम के बीच क्या वाकई में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है?
मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम 4 पेज का लेटर लिखकर पंचायत विभाग से इस्तीफा देने की वजह गिनाई है।
नीचे पढ़िए पत्र –
भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
जैसे ही ये पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। भाजपा नेताओं की इस मामले पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि पंचायत मंत्री का एक विभाग छोड़ना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तानाशाही का प्रमाण है। मुख्यमंत्री न खुद कोई काम कर रहे और न ही मंत्रियों को करने देते। उनकी हिटलरशाही से तंग आकर पंचायत मंत्री सिंहदेव ने पंचायत विभाग छोड़ दिया है।
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह का ट्वीट
इसके बाद पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि “टीएस सिंहदेव जी के इस्तीफे से यह बात साफ हो गई है कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बीच भारी मतभेद हैं।
भूपेश सरकार में मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं है, अभी तो एक ने इस्तीफा दिया है, सब मंत्रियों-विधायकों के मन में भी भारी आक्रोश है, देखना बड़ा विस्फोट होगा।”
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा?
टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग से इस्तीफे के संबंध में मीडिया ने सीएम भूपेश बघेल से चर्चा कि तो उन्होंने कहा “मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला है मुझे पत्र नहीं मिला है। मुझे मिलेगा तो उसमें परीक्षण करूंगा। सिंहदेव के साथ मेरी चर्चा नहीं हुई है कल रात मैंने फोन लगाया था लेकिन नहीं लगा।”
क्या वाकई में विस्फोट होने वाला है?
बहरहाल मंत्री टीएस सिंहदेव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में बड़ा विस्फोट होने का पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने अनुमान लगाया है। जो अब लग रहा है शायद सही होने वाला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक पत्र नहीं मिला, फोन नहीं लगा। ऐसे में हर किसी के मन में नए नए सवालों का जन्म हो रहा है जिसका जवाब अब सम्भवतः सिंहदेव और सीएम की चर्चा के बाद ही मिल सकेगा।