रायपुर। निलंबित एडीजी जीपी सिंह एसीबी-ईओडब्ल्यू आफिस पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद आर्डर की कॉपी लेकर जीपी सिंह ईओडब्ल्यू ऑफिस में मंगलवार को पहुंचे हैं। पूछताछ के लिए जारी नोटिस के बाद सवालों के जवाब देने के लिए वह खुद गए हैं। बताते चलें कि इससे पहले 26 अगस्त गुरुवार को निलंबित आईपीएस जीपी सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने राहत देते हुए पूर्व आईपीएस की गिरफ्तारी पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
हालांकि, इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने जीपी सिंह को जांच में सहयोग करने का निर्देश भी दिया था। रायपुर के कोतवाली थाने में दर्ज राजद्रोह के मामले में जीपी सिंह को राहत दी गई थी। इससे पहले उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था, लेकिन जीपी सिंह के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं हासिल कर सकी थी।
उन्हें थाने में आने के लिए दो बार नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन दोनों बार वह अपनी बीमारी का बहाना बनाते हुए थाने में नहीं पहुंचे थे। लिहाजा, पुलिस ने उन्हें फरार घोषित करने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मामले में रायपुर कोर्ट ने फरारी साक्ष्य कोतवाली पुलिस थाने से मांगे थे। पुलिस ने कोर्ट में साक्ष्य पेश किए थे, इसके बाद कोर्ट को जीपी सिंह की फरारी के बारे में निर्णय लेना था। मगर, उससे पहले ही जीपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से राहत हासिल कर ली।
बता दें कि एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने भारतीय पुलिस सेवा के 1994 बैच के अधिकारी जीपी सिंह तथा उनके निकट संबंधियों के ठिकानों पर इस महीने की एक से तीन तारीख तक छापे की कार्रवाई की थी। उस दौरान सिंह और उनके संबंधियों से लगभग 10 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति मिलने की जानकारी दी गई थी।