रायपुर। एक ओर समाज जहां महिलाओं को समान दर्जे और समान अधिकार की बात करता है वहीं दूसरी ओर हथकरघा संघ में महिलाओं को उनकी कमजोरी का अहसास करने से भी अफसर परहेज नहीं कर रहे हैं। राज्य महिला आयोग के सामने ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें, हथकरधा संघ के सचिव रहते हुए बीपी मनहर ने सिलाई आबंटन कार्य में बाहिलाओं से अभद्र व्यवहार और भेदभाव पूर्ण कार्य आबंटन की शिकायत की है, शिकायत विभागीय मंत्री गुरु रूद्र कुमार से भी की गई है, जिसके बाद सचिव बीपी मनहर को संघ से हटा दिया गया।
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि 150 स्व. सहायता समूह की महिलाओं ने राज्य महिला आयोग को आवेदन देकर हथकरघा संघ के सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस प्रकरण को पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीपी मनहर के विरुद्ध स्व सहायता समूह की महिलाओं ने धरना दिया था और राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में कहा गया था कि बीपी मनहर ग्रामोद्योग विभाग के कर्मचारी हैं। तीन साल पहने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर हथकरघा विभाग में सचिव पद पर लाया गया था तब से वह इस पद पर जमे हुए हैं। महिला स्व सहायता समूहों ने बीपी मनहर पर सिलाई कार्य को ठेका आवंटित किये जाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था। राज्यपाल के आश्वासन पर महिलाओं ने धरना खत्म कर दिया था।