रायपुर..राहुल गांधी ने संबोधन में भारत जोड़ो यात्रा पर पहली बात कही – 4 महीने तक कन्याकुमारी से श्रीनगर तक हमने भारत जोड़ो यात्रा की। हर राज्य से लोग हमसे जुड़े। गर्मी-सर्दी-बारिश में यात्रा चलती रही। वीडियो में मेरा चेहरा दिख रहा था। लेकिन मेरे साथ हजारों लोग थे। किसानों से मिला, मजदूरों से मिला, युवाओं से मिला, महिलाओं से मिला, उनसे मिलते उनका दर्द समझ जाता था। मेरे दिमाग में ये बात थी कि 10-12 किलोमीटर रोज चल लेता हूँ, तो 20-25 किलोमीटर चलने में क्या है। यह एक घमंड था और शायद इसे परखना चाहता था। पहले 10-15 में मेरा घमंड, मेरा अहंकार गायब हो गया, मुझे भारत माता की बात सुननी पड़ी और मैंने 3500 किलोमीटर की यात्रा की। मैं जम्मू- कश्मीर गया, मैं बिल्कुल चुप हो गया, धीरे-धीरे मेरे अंदर शांति आ गई।
52 साल हो गए मेरे पास आज तक अपना घर नहीं है।इलाहाबाद में जो है वो भी मेरा घर नहीं। मैं 12 तुगलक रोड में रहता हूँ वो भो मेरा घर नहीं है, मैं कन्याकुमारी से कश्मीर तक चल रहा था सड़क पर घेरा था वही 4 महीने के लिए मेरा घर था। और इस घर में सबका स्वागत था। यात्रा के दौरान लोग मेरे साथ राजनीतिक बात नहीं कर रहे थे। दिल की बात कहते थे।