रायपुर. ईडी की कार्रवाई पर सीएम बघेल का बयान सामने आया है। एयरपोर्ट में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ईडी लगातार परेशान कर रही है, सारे आवेदक पीड़ित पक्ष के द्वारा दिया गया है, केंद्र सरकार को भी हमने अवगत कराया है, केंद्र सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।न्यायालय की शरण में जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। हम मामले को न्यायालय तक ले जाएंगे। सीएम ने कहा डरने की बात नहीं है, सीधी लड़ाई नहीं लड़ते हैं तब इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जाते हैं, छत्तीसगढ़ के मामले में भारतीय जनता पार्टी डरी हुई है,बल्कि कांग्रेस से डरी है।
इसीलिए लगातार कांग्रेस के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है, जो नियम है वह ग्रे एरिया है, सीधा कार्रवाई नहीं कर सकते, इसी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे क्योंकि वह लोग third-degree का प्रयोग कर रहे हैं।यदि प्रमाण है तो कार्रवाई करते, लेकिन 8 दिन तक रखेंगे, सोने नहीं देंगे, खाने को नहीं देंगे, पानी नहीं देंगे किसी को पैरालिसिस अटैक आ रहा है। इनके पास कोई साक्ष्य नहीं है, केवल बदनाम करना है, सरकार को भी बदनाम करना है, पार्टी को बदनाम करना।
कोल स्किम की घटना जून की है, जब जानकारी थी तो आप जुलाई-अगस्त सितंबर अक्टूबर-नवंबर के अंदर कार्रवाई करते लेकिन नहीं की।अधिवेशन के 4 दिन पहले कार्रवाई कर रहे हैं इसका मतलब क्या होता है? जबरिया लिखवा रहे हैं, छापा डाल रहे हैं, पर छापा में मिला क्या? किसके यहां क्या मिला? स्पष्ट है कि राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए अधिकार प्रयोग किया गया है।विधि सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए दबाव में नहीं होना चाहिए। ईडी की प्रतिष्ठा धूमिल हुई, खत्म होती जा रही है, ऐसी कार्रवाई क्यों कर रहे हैं। ईडी ने शपथ लिया है सविंधान का उसकी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं, स्थिति बहुत ही भयावह है।
बता दे कि, कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन, विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रवक्ता आर.पी. सिंह, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी के यहां ईडी की छापेमार कार्यवाई हुई हैं इसके बाद से पूरे छत्तीसगढ़ में सियासत गर्मा गयी हैं।