फ़टाफ़ट डेस्क..छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने की सुगबुगाहट तेज हो गई है..और वह इसलिये क्योंकि प्रदेश के दर्जनभर से अधिक विधायक दिल्ली दरबार के लिए कूच कर गए है..
वही प्रदेश में एक के बाद ट्विटर वार छिड़ा हुआ है..मुख्यमंत्री बदलने को लेकर लगातार विपक्षी दल भाजपा के कद्दावर नेता ट्वीट कर कांग्रेस पर हमलावर रुख अख्तियार किये हुए है..इसी बीच रामानुजगंज विधायक ने मुख्यमंत्री के पद को लेकर बयानबाजी की है..कांग्रेसी विधायक बृहस्पत का कहना है कि..ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री जैसी कोई बात नही है..क्या राहुल गांधी ने कभी कहा कि ढाई -ढाई साल जैसी बात हो?.खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ढाई-ढाई साल जैसी बात नही की है,और ना ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने की है..यह सब भाजपा की चाल है..मध्यप्रदेश में जिस तरह से ग्वालियर वाले महाराज को अपने भरोसे में लेकर कांग्रेस की सरकार गिराई है..वैसे ही छत्तीसगढ़ में सरगुजा वाले महाराज को भरोसे में लेकर सरकार गिराना चाहते है..लेकिन टीएस समझदार है..
इधर रायपुर में छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी विधायक बृहस्पत सिंह के बयान पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पलटवार किया है..मंत्री सिहदेव ने कहा है कि विधायक बृहस्पत का बयान अपरिपक्व व बचकाना है!.”न मैं ज्योतिरादित्य ,न मैं अमरिंदर, मैं टीएस सिंहदेव हूं!.”मैं अवसरवादी नेता नही हूं.. मैं सौ जन्मों में भाजपा में नही जाऊंगा..विधायकों के मन मे कुछ बात होगी इसलिए गए होंगे ..पहले भी गए थे तो संगठन ने मना भी किया था!..
बहरहाल छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर जो सुगबुगाहट घड़ी-घड़ी पैदा हो रही है..और इस सुगबुगाहट के बीच मचे घमासान का पटाक्षेप आखिर कब तक और कैसे होगा..इसका पत्ता तो कांग्रेस आलाकमान के पास है..और अब देखने वाली बात होगी कि और आलाकमान कब अपने पत्ते खोलती है..ढाई-ढाई साल पर क्या कुछ नया होगा!..