रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में छठ पर्व मना रहे सीआरपीएफ हवलदार के घर आगजनी से 13 साल की बच्ची की मौत हो गई। छठ पर्व की पूरी खुशी चंद मिनटों में गम में बदल गई। पूरा परिवार ग्राम थाना नारायणपुर जिला भोजपुर बिहार का रहने वाला है। पिता राकेश सिंह माना सीआरपीएफ में हेड कांस्टेवल पद पर कार्यरत हैं। घटना की सूचना मिलते ही खम्हारडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं मौके पर एफएसएल की टीम ने पहुंच कर जांच की। हालांकि अभी आग लगने का कारण नहीं पता चल सका है।पीएम रिपोर्ट के बाद मौत के कारण का पता चल सकेगा।
खम्हारडीह थाना क्षेत्र के कचना हाउसिंग बोर्ड स्थित ब्लाक नंबर-11 के चौथे माले पर राकेश सिंह अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार रिशिका सिंह अकेले दूसरे कमरे में सोई हुई थी।आग लगने की वजह से बेड सहित रिशिका की जल गई। घर वालों को इसका पता सुबह पांच बजे चला तब तक वह 70 फीसद से ज्यादा जल चुकी थी। धुंआ और जलने की महक से जब मां ने दरवाजा खोला तो उन्होंने तत्काल एंबुलेंस की इसकी सूचना दी। वहीं मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। अस्पताल लाने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
प्रारंभिक जांच में संदिग्ध परििस्थति में हुई मौत के मामले में आग के लगने का कारण पता नहीं लग सका है। शुरूआती जांच में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगने का अंदेशा जताया जा रहा है।
पुलिस को स्वजनों ने बताया कि कमरे से किसी भी तरह की चिल्लाने की आवाज नहीं आई। हालांकि की जलने की महक से इसकी जानकारी स्वजनों को लगी।
“कमरे में एक बच्ची की संदिग्ध अवस्था में जलने से मौत हुई है। मामले की जांच की जा रही है। अभी आग कैसे लगी यह साफ नहीं हो सका है। पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह का पता चल सकेगा।”
– तारकेश्वर पटेल, एडिशनल एसपी, रायपुर