रायपुर. राजधानी में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के समर्थन में रैली निकाली गई। रैली में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में नारेबाजी करते हुए पंजाब सरकार का पुतला भी फूंका गया। रैली में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सहित युवा शामिल हुए। हालांकि इस रैली की अनुमति पुलिस को नहीं होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि रैली तेलीबांधा और टाटीबंध से निकाली गई। इस दौरान समर्थकों ने मीडिया से कहा कि अमृतपाल सिंह को पंजाब सरकार ज़बरदस्ती फंसा रही है। अमृतपाल ने पंजाब में नशे के खिलाफ अभियान छेड़ा था। पंजाब सरकार नशे का व्यापार करने वालों के सपोर्ट में है। इसलिए अमृतपाल को फंसाया जा रहा है। यही कारण है कि उन्हें भगोड़ा और आतंकवादी भी कहा जा रहा है।
वहीं, आपको ये भी बता दे कि सीएम भूपेश ने आज विधानसभा में पंजाब के विषय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बेहद दुर्भाग्यजनक है। जब से नई सरकार बनी तब से वहां की हालात बिगड़ते जा रही है। ये एक चिंता की बात है।
इस संबंध में रायपुर पुलिस ने कहा कि रैली की जानकारी मिली है। रैली किस उद्देश्य से निकाली गई इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि अमृतपाल सिंघ वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है। अमृतपाल पर खालिस्तान को समर्थन करने का आरोप है। अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ 23 फरवरी को अजनाला थाने पर कब्जा कर हथियारों के दम पर अपने एक साथी लवप्रीत सिंह को छुड़ाकर ले जाने का आरोप है। इस घटना में 6 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट लगी थी।
पुलिस जांच में ये भी बातें सामने आई है कि अमृतपाल खालिस्तान के नेताओं के कहने पर अपनी एक फोर्स भी बना रहा था, जिसका नाम उसने AKF रखा था। फिलहाल इन सब मामलों में पंजाब पुलिस जांच कर रही है और अमृतपाल की तलाश भी जारी है।