रायपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश से 5 लाख अनियमित कर्मचारियों में आक्रोश देखा जा रहा है। नियमतिकरण की मांग को लेकर बीते कई महीनों से लगातार कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे है। कर्मचारियों ने बजट से उम्मीदें लगाई थी लेकिन वो भी पूरी नही हुई। बजट में नियमितीकरण का प्रावधान नहीं होने कारण अनियमित कर्मचारी और ज्यादा आक्रोश में आ गए हैं। कर्मचारियों की राजधानी के धरना स्थल नया रायपुर तूता में आक्रोश सभा हुई। अनियमित कर्मचारियों ने कहा 10 दिन में नियमित करने का वादा किया था लेकिन साढ़े चार साल हो गया सिर्फ़ आश्वासन दिया गया है।
अनियमित कर्मचारियों ने बताया कि सत्ता में आने से पहले मुख्यमंत्री ने अपनी जन घोषणा पत्र में वादा किया था। जनघोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 11 और 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करन, आउटसोर्सिंग बंद करने को स्थान दिया गया था।” अनियमित कर्मचारियों से कहा कि “सत्ता में आने के बाद सबसे पहले कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। लेकिन आज इतने साल बीतने के बाद भी अनियमित कर्मचारियों को किए गए वादे को सत्तापक्ष ने पूरा नहीं किया है। यह पहली बार नहीं जब अनियमित कर्मचारी अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। इससे पहले भी या कर्मचारी कई बार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं।”