लोरमी. जिले के छात्रावास से बच्चियों के गायब होने का मामला सामने आया है। बिना परमिशन के छात्रावास से छात्राएं गायब हो जा रही हैं। छात्रावास में अनहोनी का खतरा बना हुआ है। सोमवार को 6 छात्राएं अचानक बिना किसी को बताए गायब हो गयी। इस बात का विरोध करने हॉस्टल की छात्राएं धरने पर बैठ गयी और इस पूरे मामलें में अधीक्षिका और प्रिंसिपल की लापरवाही बताया है। छात्रों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बालक अधीक्षक, अधीक्षिका रीता डिंडोरे और प्रिंसिपल पीडी ध्रुव को हटाने की मांग पर सैकड़ों की तादाद में आदिवासी छात्रा धरने पर बैठ गई है।प्रिंसिपल-अधीक्षिका को हटाने की मांग कर रहे हैं। छात्र 5 घंटो से कड़ी धुप मे भूखे प्यासे बैठे है। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक एच डी डहरिया के द्वारा छात्रावास अधीक्षक और अधीक्षिका को हटाने के आश्वासन देने के बाद भी सभी छात्र धरना दे रहे हैं। कलेक्टर के आने और उनके लिखित आश्वासन देने के बाद ही धरना प्रदर्शन बंद करने की मांग पर छात्र डटे है। अधीक्षक और अधीक्षिका पर झूठा आरोप नही सहने का छात्र के हांथो में पोस्टर रखा है।एक सप्ताह बाद ही बच्चों की बोर्ड परीक्षा शुरू हो जाएगी।
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक प्रिंसिपल छात्रावास से 6 बच्चों को मेला घुमाने ले गए थे, जिसके बाद रात तक छात्राएं नहीं आईं। सूचना पर इसकी जानकारी अधीक्षिका ने उच्च अधिकारियों को दी, जिसमें जांच के बाद बच्चों को छात्रावास में घंटों इंतजार के बाद रखा गया था।
इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद अब बच्चे बालक छात्रावास और बालिका छात्रावास की बच्चियां प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं। बालक छात्रावास में अधीक्षक अश्वनी बंजारे तो वहीं बालिका छात्रावास में अधीक्षिका रीता डिंडोरे कार्यरत हैं, जिन पर बच्चे मनमानी का आरोप लगा रहे हैं।
आज सुबह से ही एकलव्य आवासीय विद्यालय के सभी बच्चे विद्यालय के सामने धरना प्रदर्शन में बैठे हैं। बालक छात्रावास में 178 बच्चे और बालिका छात्रावास में 180 बच्चियां रह रही हैं, जहां 6वीं से लेकर 11वीं तक पढ़ाई होती है।