अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत बखरीपारा सीतापुर से भिठुवा तक निर्मित 6 किलोमीटर लंबी सड़क काफी जर्जर हो गई है। देखरेख एवं मरम्मत के अभाव में सड़क में उभर आये बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं। आलम यह है कि वाहन चलाते समय थोड़ी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। यह सब जानते हुये भी अधिकारी चुप्पी साधे हुये है। गारंटी अवधि में होने के बाद भी विभाग सड़क की मरम्मत कराने को लेकर गंभीर नही है जो बेहद चिंता का विषय है।
ग़ौरतलब है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत बखरीपारा सीतापुर से भिठुवा तक 6 किलोमीटर लंबी सड़क का डामरीकरण कराया गया था। इस सड़क के निर्माण होने से जर्जर सड़क का अभिशाप झेल रहे लोगो को काफी राहत मिली थी मुख्यालय से उनका सीधा संपर्क हो गया था। काफी लंबे इंतजार के बाद इस क्षेत्र को सड़क की सौगात मिली थी। जिससे क्षेत्रवासी काफी खुश थे किंतु इसके निर्माण के दौरान काम की गुणवत्ता में बरती गई लापरवाही ने सारे किये कराये पर पानी फेर दिया।सड़क निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही एवं अनियमितता ने सड़क को जर्जर हालत पर ला खड़ा किया।
मरम्मत के अभाव में सड़क गड्ढों में तब्दील होती चली गई। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मुँह फेर लेने के बाद सड़क की हालत दिनोदिन जर्जर होती चली गई। सड़क में निर्मित बड़े-बड़े गड्ढों ने इसे जानलेवा बना दिया है।अब तो आलम ये है कि अगर सफर के दौरान जरा भी लापरवाही बरती गई तो इसके गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है, जान भी जा सकती है। इन सब हालातो से वाकिफ होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है सड़क के मरम्मत को लेकर जरा भी गंभीर नही है।
पुलिया भी हुआ जानलेवा
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण के दौरान बनाई गई पुलिया भी जानलेवा हो गई है। बीच का हिस्सा दब जाने के बाद पुलिया काफी खतरनाक हो गई है जिसकी चपेट में आने से कई बाइक सवार चोटिल हो चुके है। पुलिया निर्माण के दौरान बरती गई तकनीकि खामियों की वजह से पुलिया का बाहरी हिस्सा भी काफी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसकी मरम्मत कराने के बजाये अधिकारीयो ने उसे रेत से ढँक दिया है ताकि उनकी कमजोरी किसी को नजर न आ सके।
“इस संबंध में पूर्व सरपंच लिखेश्वर राम ने बताया कि उन्होंने कई बार पुलिया की इस हालत के संबंध में पत्र व्यवहार कर इसकी मरम्मत कराने की माँग की थी किंतु अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नही लिया। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आज पुलिया की हालत काफी नाजुक हो चुकी है जहाँ कभी भी जानलेवा हादसा हो सकता है।”