विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात, क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण मांगो पर की चर्चा…

MLA SHYAM BIHARI JAISWAL
MLA SHYAM BIHARI JAISWAL

 

चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट.. 

 

 

मनेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रदेश के मुखिया डाँ रमन सिंह से मुलाकात कर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न समस्याओं से अवगत कराते हुए। क्षेत्र के विकास और उन्नति के लिए आवश्यक निर्माण कार्यों के संबंध में ज्ञापन सौंपकर सभी मांगों को जल्द पूरा किए जाने की मांग की है।

रायपुर प्रवास के दौरान विधायक श्री जायसवाल ने डाँ रमन सिंह से मुलाकात कर क्षेत्र की मूल भूत जनसुविधाओं की ओर प्रदेश के मुखिया का ध्यानाकर्षण कराते हुए पत्रों के माध्यम से विभिन्न मांगों को उनके समक्ष रखा। जिसमें चिरमिरी से मनेन्द्रगढ़ को जोड़ने वाली साजापहाड़ सड़क के निर्माण में विगत 7 सालों से हो रहे विलंब के लिए उन्होने गंभीरता से रखते हुए कहा कि जहां चिरमिरी और मनेन्द्रगढ़ की दूरी साजापहाड़ मार्ग के पूरे होने से 17 किमी हो जायेगी वहीं अभी नागपुर होकर जाने से लोगों को 35 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। इस सड़क के कार्य में आ रही दिक्कतों को जल्द दूर करने के साथ सड़क का निर्माण कराये जाने की मांग रखी। जिससे मनेन्द्रगढ़ व चिरमिरी की जनता को कम समय में आपस में जुड़ जायेंगे। इसके साथ ही उन्होंने चिरमिरी-गोदरीपारा से भुकभुकी मार्ग जिसकी स्वीकृति पूर्व में हो चुकी है उसके टेंडर की प्रक्रिया जल्द पूर्ण कराये जाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि उक्त सड़क के निर्माण होने के बाद खड़गवां क्षेत्र के ग्रामीणों को चिरमिरी पहुंचने में 4-5 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करने से बचेंगे।

ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई रकबा बढ़ाने जलाशयों की मांग
ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा में विस्तार हेतु ग्राम फुनगा, मेरो, धवलपुर, कोड़ा, बहडोला, जडहरी, नेवरी में जलाशयों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्र के किसानों की फसलों के उत्पादन में वृद्धि के साथ अन्य फसलों को लगाने में भी पानी की दिक्कतों से रूबरू नहीं होना पडे़गा।

महत्वपूर्ण ग्रामीण क्षेत्रों को मनेन्द्रगढ़ से जोड़ने सड़कों का निर्माण
अतिमहत्वपूर्ण ग्रामीण सड़कों की मांग पूर्व से ही ग्रामीण क्षेत्र की जनता करती रही है जिनमें मेरो से पाराडोल 4.6 किमी, उधनापुर से बुंदेली 4.1 किमी व कोड़ा से नारायणपुर 2.5 किमी सड़कों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना द्वारा निर्मित सड़कों के बीच डबल कनेक्टिविटी की छुटी हुई सड़के हैं। जिनके निर्माण से विकासखण्ड खड़गवां के ग्रामों का मनेन्द्रगढ़ से संपर्क दूरी कम होगी साथ ही क्षेत्र एवं ग्रामीण जनता को शिक्षा व व्यापारिक लाभ हेतु सड़कों का निर्माण अति महत्वपूर्ण है। इस संबंध में पूर्व में भी छग शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सड़कों के निर्माण सड़क विकास अभिकरण रायपुर को आदेश जारी होेने के बाद भी निर्माण न होने की बात कही।

2014-15 के बजट में नवीन सड़कों के निर्माण को शामिल करने
मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के अंतर्गत क्षेत्र के विभिन्न नवीन सड़कों जिनमें पाराडोल से मेरो 7 किमी, उधनापुर से बुंदेली 7 किमी, रतनपुर से बचरापोड़ी 2 किमी, रतनपुर से भरदा 8 किमी, अखराडांड से भंडारदेई 6 किमी, जरौंधा से सरईझरिया 8 किमी, मेरों से कदरेवा 5 किमी, आईटीआई चिरमिरी छात्रावास पहुंच मार्ग 1 किमी, भंडारदेई से कदरेवा 5 किमी, ठग्गांव पहुंच मार्ग 4 किमी, कदरेवा-मुकंुदपुर-बलसोता 6 किमी जैसी प्रमुख सड़कों को आगामी 2014-15 के मुख्य बजट में शामिल करने की मांग की है।

मनेन्द्रगढ़ सिद्धबाबा देवास्थान के सौंदर्यीकरण के लिए अनुदान
कोरिया जिले के प्रसिद्ध ख्यातिनाम देवस्थल सिद्धबाबा पहाड़ मनेन्द्रगढ़ जहां दूर-दराज से बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहाता है। लेकिन उक्त पहाड़ी स्थल में मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी है जिसके कारण उक्त पहाड़ में चढ़ने वाली महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। श्रद्धालुओं की परेशानियों को देखते हुए सिद्धबाबा पहाड़ पर सीढ़ियों के साथ ही स्थल के सौंदर्यीकरण कराये जाने के लिए 30 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।

लाहिड़ी कालेज में भवनों व प्रयोगशाला के निर्माण की मांग
शासकीय लाहिड़ी महाविद्यालय चिरमिरी जो कि प्रदेश के प्राचीन महाविद्यालयों में से एक है। इस महाविद्यालय में  प्रयोगशाला एवं विज्ञान संकाय के विद्यार्थीयों हेतु बैठने के लिए भवन व प्रयोगशाला निर्माण जिसमें जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन शास्त्र, भूगर्भ शास्त्र के लिए पृथक प्रयोग शालाओं के निर्माण, प्राध्यापकों के लिए आवासीय भवन, सांस्कृतिक भवन व कैंटीन भवनों के निर्माण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए। श्री जायसवाल ने डाँ रमन सिंह का ध्यानाकर्षण करते हुए, प्रदेश के ऐतिहासिक लाहिड़ी कालेज को उसके पुराने स्वरूप में वापस लौटाने की मांग रखी है।