चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट
- चिरमिरी के डोमनहिल कब्रिस्तान मे मिली लावारिश बच्ची
- 6 दिन की बच्ची को पहली बार देखने वाले ने पालने की जताई इच्छा
- बेरहम परिजनो की करतूत से बच्ची हालात के हवाले
- बाल कल्याण विभाग उसे बिलासपुर स्थित बाल संरक्षण गृह भेजने की तैयारी मे..
बीते गुरूवार को डोमनहिल के कब्रिस्तान में लगभग 6 दिन की नवजात बच्ची के लावारिस हालत में मिलने से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया । नचजात बच्ची को किस कारण से उसके परिजनो ने लावारिस हालत में कब्रिस्तान में छोड़ा, इसे लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाये व्याप्त है । घटना की सूचना मिलने पर कोरिया पुलिस चौकी प्रभारी जी डी कुशवाहा दल बल के साथ घटनास्थल पहुंच गए तथा मामले की छानबीन में जुट गए है । नवजात के अज्ञात माता पिता के उपर धारा 317 के तहत पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर लिया है । फिलहाल नवजात बच्ची उसे पहली बार देखने वाले युवक मो0 गुलाम के घरवालो के संरक्षण में है ।
घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार बीते गुरूवार को सुबह लगभग 11 बजे डोमनहिल के सुभाष कालोनी निवासी मो0 गुलाम अपने परिवार के बुजुर्गो की कब्र पर अगरबत्ती जलाने डोमनहिल के कब्रिस्तान गया हुआ था । अभी वह कब्र पर अगरबत्ती जला ही रहा था कि उसे किसी बच्ची के रोने की आवाज आयी । जब उसने आवाज के आधार पर खोजबीन की तो उसने पास की ही एक कब्र के पास एक 4-5 दिन की नवजात बच्ची को जो कि एक कपड़े में लिपटी हुई थी, जोर जोर से रोते पाया । उसने इसकी सूचना मोबाईल से अपने घरवालो को दी तथा घरवालो के कहने पर वह उस नवजात को अपने घर ले गया तथा बच्ची को दूध पिलाने के बाद वहीं से पूरे घटना की सूचना चिरमिरी पुलिस को दिया ।
चिरमिरी पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी कोरिया पुलिस चौकी को दी । कोरिया चैकी प्रभारी जी डी कुशवाहा प्रधान आरक्षक राजेश कुमार पाण्डे, आरक्षक गुलाल राजवाड़े, टी कुजुर तथा सैनिक डी के गौड़ के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए तथा मामले की तहकीकात में जुट गए । इसी बीच खबर आग की तरह पूरे शहर में फैल गई तथा बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी व स्थानीय नागरिक भी घटना स्थल पर पहुंच गए । लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस नवजात के मां बाप का पता नही लगा पायी है । अगली कार्यवाही तक पुलिस नें बच्ची को मो0 गुलाम के परिजनो को देखभाल के लिए सौंप दिया है ।
आज शनिवार को कोरिया चौकी पुलिस नें लावारिस हालत में मिली उपरोक्त बच्ची के पालन पोषण के संदर्भ में कानूनी दिशा निर्देश लेने तथा मेडिकल चेकअप के लिए बालकल्याण बोर्ड बैकुन्ठपुर भेजा जहां से बच्ची के स्वास्थ की जांच करने का निर्देश देने के बाद भी जिला चिकित्सालय बैकुन्ठपुर सिविल सर्जन डा0 शर्मा ने बच्ची को हास्पीटल में भर्ती करने से इंकार कर दिया । बच्ची को एडमिट कराने के लिए कोरिया पुलिस चैकी के आरक्षक गुलाल राजवाड़े व मो0 गुलाम शाम 6 बजे तक बैकुन्ठपुर में चिलचिलाती गर्मी में भटकते रहे । आखिरकार जिला चिकित्सालय के सीएमओ डा0 चावड़ा के हस्तक्षेप के बाद सायं 6 बजे नवजात को जिला चिकित्सालय बैकुन्ठपुर में भर्ती किया गया । बच्ची के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद बाल कल्याण विभाग उसे बिलासपुर स्थित बाल संरक्षण गृह मातृछाया भेजने की तैयारी मे है।
बच्ची को कब्रिस्तान मे सबसे पहले देखने वाले मो0गुलाम की बहन ने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है…
वहीं मो0 गुलाम की बड़ी बहन जहांना जो कि विवाहित है नें बच्ची को गोद लेने की इच्छा जतायी है । जहांना ने मीडिया कर्मियो से कहा कि इन दो दिनो में उन्हे इस बच्ची से इतना लगाव हो गया है कि वे अब बच्ची से अलग नही रह सकते । यदि उसके मां बाप नही मिलते या नही स्वीकार करते तो वे इस बच्ची का पालन पोषण करने के लिए तैयार है । वे उन्हे अपने बच्चो की तरह ही उसे भी प्यार देगें । उन्होने बच्ची का नाम भी अपनी तरफ से तरन्नुम बेगम रख दिया है । ज्ञात हो कि मो0 गुलाम के साथ उसकी बड़ी बहन जहाना भी पूरे दिन बच्ची को जिला चिकित्सालय बैकुन्ठपुर में भर्ती कराने के लिए भटकती रही ।