चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट..
म0प्र0 के शराब ठेकदार कोयलाचल चिरमिरी में अपनी पव जमाने के लिए ग्राहको को कम कीमत पर शराब उपलब्ध करा रहे है तो वही चिल्लर के नाम पर 05 रू0 के नमकीन पैकेट देकर अतिरिक्त वसूली को अंजाम देने से बाज नही आ रहे है।
गौरतलब है कि नये सत्र अप्रैल से शराब ठेका का परिर्वतन हुआ है और कोयलांचल चिरमिरी के हृदयस्थल में मप्र0 के एक जाने माने ठेकदार को षराब का ठेका मिला है और अब जब ठेका उसे मिल गया है तो प्रतिस्पर्धा के रूप में चुनौतियों को स्वीरकारते हुएं षराब ठेकेदार ने दर्रो में ग्राहको को रियायात बरती है जबकि नई दर्रे वेचे जाने वाली दर्रो से ज्यादा है।
जानकारी के मुताबिक कोयलांचल नगरी में कई सालों से छ0ग0 के ठेकेदारों का दबदबा रहा है आधिंकाषतह जयसवाल और सिंह समूह ने ही चिरमिरी में शराब ठेके का संचालन किया है कितु इस बार चिरमिरी का सबसे बड़ा षराब ब्रिकय केन्द्र मप्र0 के एक बड़े टेकेदार के कब्जे में चला गया है जिससे शराब ठकेदारों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ गयी है जिस कारण से हल्दीबाड़ी में स्थित देषी षराब दुकान में कम कीमतो पर शराब बेची जा रही है। तो वही 5 रू0 के पैकेट को अतिरिक्त ग्राहको पर बोझ डाला जा रहा है जिसे ग्राहको द्वारा पूछे जाने पर चिल्लहर नही होने का हवाला दिया जाता है। उक्त षराब टेकेदार को लेकर नगर में पहले से ही चर्चा का बाजार गर्म था कि 12 अप्रेल को देषी के एक पाव लेने गया एक ग्राहक से जानकारी मिली कि 15 रू0 कीमत कम में ठेकेदार द्वारा षराब उपलब्ध कराया जा रहा है पर इसी के साथ 05 रू0 का अतिरिक्त बोझ भी डाला जा रहा है जो कि पूरी तरह से औबकारी नियमों के विपरीत है।
हो हल्ला के बाद पुराना लिस्ट दुकान में चस्पा किये जाने का मामला प्रकाष में सामने आया जबकि औबकारी नियमों के अनुसार ठेका बदलने के साथ ही दर परिवर्तन की लिस्ट भी चस्पा की जानी चाहिये कितु एैसा नही है पुराने कीमत की ही दर दुकान के सामने लगाई गयी है। हालाकि षराब टेकेदार के मैनेजर ने मामले को ज्यादा गंभीरता से नही लिया और 05 रू0 के अतिरिक्त वसूली को अन्य षराब दुकानों में किये जाने की दलील दी जबकि नियमत मैनेजर को आवकारी और पुलिस से षिकायत किया जाना चाहिएं था ।