कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा एसपी भोजराम पटेल द्वारा किए जा रहे सामुदायिक पुलिसिंग, जनोपयोगी कार्य एवं विभागीय कसावट का असर जिले की पुलिसिंग में सब तरफ नजर आने लगा है। इसी क्रम में जिले की कोतवाली पुलिस ने जिम्मेदारी, तत्परता एवं सहयोग का मिशाल पेश किया है। दरअसल, शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे पंप हाउस निवासी बसंत कुमार मांझी एवं उनकी पत्नी मीना मांझी कोतवाली थाना में घबराए अवस्था में पहुंचे।
दोनों ने पुलिस को बताया कि उनका मोबाइल फोन, सोने के जेवर और अन्य कीमती सामानों से भरा बैग सर्वमंगला पुल के पास कहीं पर गिर गया है। काफी खोजने पर भी नहीं मिल रहा है। जैसे ही ये सूचना कोतवाली थाना कोरबा के उपनिरीक्षक लालन कुमार पटेल को मिली। उन्होंने बिना समय गवाएं आरक्षक संदीप टंडन को साथ लेकर प्रार्थी के बताए स्थान पर जाकर पतासाजी शुरू कर दी। काफी खोजबीन के बाद भी जब बैग नहीं मिला तो बैग किसी के हाथ लग जाने की संभावना को देखते हुए सायबर सेल से मदद लिया गया।
जिसके बाद बैग में रखे मोबाइल लोकेशन के आधार पर बैग की तलाशी शुरू किया गया। लगभग 2 घंटे खोजबीन करने के बाद कीमती सामान एवं जेवर से भरा बैग रोड के किनारे के गड्ढे में झाड़ियों के बीच फंसे हालत में मिला। जिसे दंपत्ति को देकर बैग की जांच कराने पर सभी सामान सही सलामत पाया गया। बैग में रखे सामान की कुल कीमत दो लाख रुपए बताई गई। दंपति ने कोतवाली पुलिस को धन्यवाद देते हुए सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया है।
इस खोजबीन कार्य में उप निरीक्षक लालन पटेल, प्रधान आरक्षक माखनलाल पात्रे, आरक्षक रोहित राठौर, नरेंद्र पाटनवार, संदीप टंडन एवं सायबर सेल के आरक्षक डेमन ओगरे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।