छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से वैक्सीनेशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है. दरअसल सरकारी अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर को अपने निजी क्लीनिक में कोविड-19 टीके बेचने के आरोप में रविवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
कोरबा कलेक्टर रानु साहू ने बताया कि शिकायतें मिली थीं कि कोरबा में अनुबंध के आधार पर तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक कुमार मखीहा कथित रूप से अपने निजी क्लीनिक में कोविड-19 टीके बेच रहे हैं, जिसके बाद कोरबा के एसडीएम सुनील नायक ने मामले की जांच की।
मामले की जांच में पता चला कि डॉक्टर मखीहा कथित रूप से वैक्सीन की कालाबाजारी में संलिप्त थे। वहीं डॉक्टर मखीहा को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और उनके निजी क्लीनिक को तत्काल प्रभाव से सील करने का आदेश जारी किया गया है, जोकि बिना किसी लाइसेंस के चल रहा था।