कोंडागांव। 07 अक्टूबर को मीडिया में यह खबर प्रसारित हुई कि कोण्डागांव जिले के धनोरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ लगभग 02 माह पूर्व बलात्कार एवं युवती द्वारा आत्महत्या किये जाने की घटना घटित हुई है। समाचार की जानकारी मिलते ही पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी, पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज संजीव शुक्ला एवं पुलिस महानिरीक्षक बरतर रेंज पी0 सुंदरराज को थाना धनोरा के घटना स्थल जाकर उक्त समाचार की पुष्टि कर तत्काल विधि अनुसार कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
पुलिस अधिकारी घटना स्थल थाना धनोरा पहुंचकर समाचार की तस्दीक किये तो पाया कि दिनांक 19 जुलाई को ग्राम उड़ा गांव की साढ़े अठारह वर्षीय युवती के साथ एक दिन पूर्व पास के गांव में विवाह समारोह के दौरान 07 युवकों द्वारा जबरदस्ती साथ ले जाकर बलात्कार करने एवं घटना के बाद सुबह ही घर लीटकर युवती द्वारा आत्महत्या करने की घटना हुई है। इस बात की पुष्टि युवती के साथ विवाह समारोह में गई उसकी सहेली द्वारा की गई।
घटना की रिपोर्ट मृतिका के परिजनों द्वारा थाने में नहीं की गई थी। पुलिस अधिकारियों के द्वारा तत्काल मृतिका के शव का उत्खनन करवाया जाकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही करवाई गई एवं घटना के संबंध में थाने में अपराध कर्मा 15/2020 धारा 365, 376 घ, 30650620134 भादवि पंजीबद्ध कर घटना में शामील 07 आरोपियों में से 05 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में 02 आरोपी नाबालिग है जिनकी उम्र लगभग 15 वर्ष है एवं 03 आरोपी बालिग है।
मीडिया रिर्पोट से यह भी तथ्य प्रकट हुआ कि तत्कालीन थाना प्रभारी धनोरा को युवती की आत्महत्या की घटना के 15-20 दिन बाद घटना की सूचना स्थानीय सूत्रों से मिली थी और उसने इस संबंध में मृतिका के परिजनों से पूछताछ भी की थी। कि उसके द्वारा इसकी कोई सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नही दी गई न ही विधि सम्मत कार्यवाही की गई। इस आधार पर तत्कालीन नगर निरीक्षक रमेश शोरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इसकी पृथक से जांच आदेशित की गई है।