कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला कलेक्टर चन्दन कुमार ने गौठान के नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की थी। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में विभिन्न गतिविधियों के क्रियान्वयन में प्रगति संतोषजनक नहीं पाये जाने और ग्राम पंचायत सचिवों के कार्यों में रूचि नहीं लेने और लापरवाही बरतने के कारण जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल ने तीन ग्राम पंचायतों के सचिवों को निलंबित किया गया है, वहीं पांच ग्राम पंचायत सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
सीईओ जिला पंचायत सुमीत अग्रवाल ने जनपद पंचायत कांकेर के ग्राम पंचायत बारदेवरी के सचिव राजेश कुमार गोटी, ग्राम पंचायत नारा के सचिव भरत शांडिल्य और ग्राम पंचायत मांदरी के सचिव महेश मण्डावी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में ग्राम पंचायत सचिव राजेश कुमार गोटी और भरत शांडिल्य का मुख्यालय मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा तथा ग्राम पंचायत सचिव महेश मण्डावी का मुख्यालय मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल नियत किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
इसी प्रकार गौठान अंतर्गत किये जाने वाले कार्यों में प्रगति संतोषजनक नहीं होने तथा कार्या में रूचि नहीं लेने और उच्च अधिकारियों के निर्देशों का पालन नही करने के कारण जनपद पंचायत चारामा के ग्राम पंचायत बारगरी के सचिव राजेन्द्र सिंह तेता एवं जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल के ग्राम पंचायत जाड़ेकुर्से के सचिव संतुराम दुग्गा, जनपद पंचयत भानुप्रतापपुर के ग्राम पंचायत सोनेकन्हार के सचिव राजकुमार मण्डावी एवं ग्राम पंचायत चिंचगांव के सचिव फुलसिंह विश्वकर्मा और जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत सितरम के सचिव श्रवण नेताम को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।