ढाबे से गिरफ्तार नक्सली मामले में..पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट.. 2 अलग -अलग दर्ज किए मामले..31 मई तक का लिया रिमांड में..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..ढाबे से गिरफ्तार किए गए नक्सली मामले में आखिरकार पुलिस ने आज खुलासा कर दिया है..पुलिस ने इस मामले में बरियो चौकी में दो अलग अलग मामले दर्ज किए है..और गिरफ्तार नक्सली तथा ढाबा संचालक को 31 मई तक रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है..

दरअसल पुलिस ने एनएच 343 में स्थित बघिमा में संचालित होने वाले रविन्द्र शर्मा के ढाबे से एक नक्सली अनिल यादव को गिरफ्तार किया था..अनिल यादव के पिता रंजन यादव की गिनती शीर्षस्थ नक्सली नेता के रूप थी..और वह अब जेल में निरुद्ध है..

बता दे कि पुलिस ने इस मामले में एक प्रेस नोट जारी किया है..जिसमे पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना का हवाला देते हुए ..बताया है कि 36 वर्षीय अनिल यादव ढाबे में आकर छिपा हुआ था..जिसे 41 वर्षीय ढाबा संचालक ने पनाह दी थी..और ढाबे की सर्चिंग के दौरान पुलिस ने ढाबे से 6102 रुपये की अंग्रेजी शराब के साथ 1 नग एयर गन,2 नग खुखरी,1 तलवार बरामद की गई है..

जिसके बाद बरियो पुलिस ने ढाबा संचालक व अनिल यादव के विरुद्ध दो अलग -अलग जिनमे आर्म्स एक्ट,महामारी अधिनियम ,आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की है..यहाँ यह बताना लाजमी है कि..अनिल यादव के विरुद्ध वर्ष 2019 में हिंडाल्को माइंस के कार्य मे लगे वाहनों की आगजनी के मामले में थाना सामरी का स्थायी वारंटी था..

यह पूरी कार्यवाही आईजीपी सरगुजा आरपी साय, एसपी आर के साहू, एडिशनल एसपी प्रशांत कतलम के मार्गदर्शन में हुआ..जबकि एसडीओपी कुसमी मनोज तिर्की,सामरी टीआई रूपेश एक्का,राजपुर टीआई अखिलेश सिंह,बरियो चौकी प्रभारी रजनीश सिंह,एएसआई कल्पना निकुंज,एचसी अभिषेक दुबे,राजेन्द्र ध्रुव,गोपाल दत्त डहरिया,देवकुमार,रामसूरत कुशवाहा,कांस्टेबल आलोक गोयल,अजय किस्पोट्टा, ओमप्रकाश सिदार,प्रदीप यादव,शैलेन्द्र सिंह,नरेंद्र कश्यप,राकेश सिंह,प्रबोध मिंज,अनुपमा कुपुर,अल्मा तिर्की,सुमित्रा उइके,पुन्नी यादव की सक्रिय भूमिका इस कार्यवाही में थी!.

बहरहाल पुलिस ने अपने प्रेस नोट में पूछताछ से हासिल हुई जानकारी साझा नही की है..जबकि विश्वस्त सूत्र बताते है..की इस कार्यवाही में पूछताछ के लिए खुद डीआईजी आप्स ओपी पाल पहुँचे थे..और देर रात तक विभिन्न पहलुओं पर पुलिस ने पूछताछ भी की थी!..अब देखने वाली बात यह होगी पुलिस आरोपियों के रिमांड खत्म होने के बाद क्या कुछ उजागर करती है!..