गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में कन्या छात्रावास भर्रीडांड में छात्रावास अधीक्षका के द्वारा अनियमितता बरतने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस केस में छात्रावास अधीक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। वहीं इस केस में सहायक आयुक्त और मंडल संयोजक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मरवाही के प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास का पूरा मामला है। जहां पर चार अप्रैल को सूचना मिली कि छात्रावास में खाद्यान्न नहीं है। इसकी सूचना गांव वालों ने प्रशासन को दी। जिसके बाद गौरेला पेंड्रा मरवाही के कलेक्टर के निर्देश पर सहायक आयुक्त के एन मिश्रा मौके पर पहुंचे। इसके बाद वहां भारी संख्या में ग्रामीण भी आग गए। सहायक आयुक्त ने ग्रामीणों और जन प्रतिनिधियों के साथ बात की, लेकिन इस दौरान विवाद हो गया। जिसके बाद सहायक आयुक्त ने गेट पर ताला लगा दिया। जिससे नाराज ग्रामीण और छात्रावास में पढ़ाई करने वाली छात्राओं के परिजन भी गेट में बाहर से ताला बंद कर दिया।
जिसके बाद मरवाही एसडीएम हितेश्वरी वाघे और पुलिस मौके पर पहुचें और मामले को शांत कराया। कलेक्टर जीपीएम के द्वारा मामले की जांच के लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी मरवाही हितेश्वरी वाघे को आदेशित किया गया। जांच में शिकायत को सही पाया गया। जिसके बाद जांच प्रतिवेदन कलेक्टर जीपीएम को दी गई। जिसके बाद शिकायत सही पाए जाने पर कलेक्टर जीपीएम ऋचा प्रकाश चौधरी ने कार्रवाई करते हुए प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास मरवाही के भर्रीडांड प्रभारी अधीक्षिका कुमारी अघनिया पाण्डव (सहायक शिक्षक) को निलंबित कर दिया है। वहीं छात्रावासों एवं आश्रमों के नियमित निरीक्षण नहीं होने के कारण के.एन. मिश्रा सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग और सुरेश कुमार देवांगन मंडल संयोजक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।