अम्बिकापुर. जिले के लखनपुर ब्लॉक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं से पूरी तरहा से लचर हो चूका है. और इसी लचर व्यवस्था वाले स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन की कमी से 1 माह के मासूम नवजात बच्चे की मौत हो गई. वहीँ स्वास्थ्य मंत्री के इलाके में अगर ऑक्सीजन की कमी से बच्चे की मौत हो जाए तो कहीं ना कहीं एक बड़ा सवाल खड़ा होता है. क्योंकि यह क्षेत्र सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का विधानसभा क्षेत्र है.
बीती शाम लखनपुर जनपद क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गुमगरा के पंच सीताराम के 1 माह के पुत्र को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. और सीताराम सहित ग्राम गुमगरा के सरपंच पति बच्चे को लेकर लखनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे जहां बच्चे को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर लिया गया. लेकिन वहां ऑक्सीजन नहीं था. जिसके बाद वहां के डॉक्टरों द्वारा अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया. लेकिन अम्बिकापुर पहुँचने के दौरान बच्चे की नवजात बच्चे की मौत हो चुकी थी. वहीँ बच्चे के परिजन बच्चे को समय में ऑक्सीजन नहीं मिल पाने का आरोप लगा रहे हैं.
वहीँ जब इस संबंध में हमने लखनपुर ब्लॉक के BMO पीएस केरकेट्टा से बात करने का प्रयास किया. तो बीएमओ साहब ने ऑक्सीजन नहीं होने की बात को एक सिरे से खारिज कर दिया. बीएमओ साहब का कहना था कि स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. यही हम मान भी लें कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी, किंतु उसी हॉस्पिटल में वार्ड बॉय का काम कर रहे जयप्रकाश और 108 के स्टॉप का कहना है की हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी थी. सिलेंडर होने के बाद भी ऑक्सीजन की कमी होना कहीं ना कहीं एक बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है.
वैसे ये मामला छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह के गृह जिले का है. और इस प्रकार की लापरवाही बरती जा रही है तो. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की हालात क्या होंगे. खैर स्वास्थ्य केंद्र के लापरवाही के कारण 1 माह के नवजात बच्चे की मौत हो चुकी है और जिम्मेदार अधिकारी अपने आप को बचाने में लगे हैं.