छत्तीसगढ़ के दुर्ग में प्रबीर राय नाम के सिविल कांट्रैक्टर ने कर्ज से परेशान खुदकुशी कर ली। फांसी पर झूल कांट्रैक्टर के शव को पुलिस ने नीचे उतारा और जैसे ही उसके मोबाइल को चालू किया। उसमें एक के बाद एक फोन आने लगे। यह फोन किसी और के नहीं बल्कि उन्हीं लेनदारों के थे जिनसे प्रबीर राय ने कर्ज ले रखा था। मामला स्मृति नगर थाना क्षेत्र का है।
भिलाई नगर टीआई एमएल शुक्ला ने बताया कि अयोध्या नगर निवासी सिविल कांट्रैक्टर प्रबीर राय (47 वर्ष) कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। बार-बार लेनदारों के फोन और घर में तागादेदारों के पहुंचने से वह फोन बंद करके शनिवार को घर से बिना किसी को कुछ बताए चला गया था और फिर तीन दिन तक घर ही नहीं लौटा।
चौथे दिन सुबह सेक्टर-7 गैरेज रोड कोसानाला के पास एक पेड़ पर रस्सी से फंदा बनाकर उसने फांसी लगा ली। जांच में उसके शरीर पर कही चोट के निशान नहीं मिले। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लगता है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस को मौके से उसकी गाड़ी मिली है जिसे जब्त कर लिया गया है।
टीआई ने बताया कि प्रबीर राय पेशे सिविल कांट्रैक्टर था। उसने एक निजी अस्पताल का काम लिया था। उसके निर्माण के दौरान उसने अलग-अलग लोगों से करीब 12 लाख रुपए से अधिक का कर्ज ले लिया था। पुलिस को मृतक के जेब से एक मोबाइल मिला। उब उस मोबाइल को चालू किया गया तो लेनदारों के फोन आने लगे। इससे साफ है कि कर्ज नहीं चुका पाने की वजह से वह काफी परेशान था और इसी वजह से उसने ऐसा कदम उठाया। पुलिस मोबाइल जब्त कर उसका कॉल डिटेल निकाल रही है। इसके बाद उसे बार-बार फोन करने वालों से भी पूछताछ की जाएगी।