छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सरकारी नौकरी लगाने का लालच देकर ठगी करने वाले एक आरोपी को उतई पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार किया है। ठगी के गोरखधंधे में उसका भाई भी शामिल है, जो फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस की पूछताछ में अभी तक 68.20 लाख ठगी करने का खुलासा हो चुका है।
बेमेतरा जिले के बेरला निवासी टीकम साहू ने शिकायत दी थी कि सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर बोरसी निवासी नवीन सिंह राजपूत उर्फ मोनू और उसके भाई विकास सिंह राजपूत उर्फ सोनू ने 4 लाख रुपए ठगे हैं। इस पर पुलिस ने 17 दिन पहले दोनों भाइयों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। मामले की जांच शुरू हुई तो भाइयों की ठगी के शिकार और लोग भी सामने आने लगे।
उतई थाना प्रभारी नवी मोनिका पांडेय ने बताया कि आरोपी ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को टारगेट करते थे। फिर उनसे नौकरी लगाने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए करते थे। इस तरह कुल 32 ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के बेरोजगारों से 68.20 लाख रुपए ठगे हैं। आरोपी छोटे-छोटे पदों पर ही नौकरी लगवाने के लिए रुपए लिया करता था। दोनों पर पहले FIR हुई थी, जिसके बाद लगातार तलाश की जा रही थी।
मुखबिर से खबर मिली कि आरोपी सलासर ग्रीन सिटी सरोना रायपुर में किराए के मकान में छिपकर रह रहा है। उसके बाद पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी करके नवीन सिंह को पकड़ा गया है। उसका भाई विकास सिंह फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
आरोपी नवीन व विकास दोनों भाई अपनी शान शौकत व को पूरा करने के लिए ठगी की वारदात को अंजाम दिया करते थे। ठगी के रुपए से वो अपने लिए महंगी गाड़ियां खरीदते थे, जिसमें ऑडी कार व हार्ले डेविडसन बाइक शामिल है। बहरहाल पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए बाइक व कार को भी सीज कर दिया है। साथ ही आरोपी की बैंक डिटेल जुटाई जा रही है।