बेसहारा दिव्यांगो को खाने में दिया जा रहा है जला हुआ भात… क्या इसे खुद खा सकेंगे अधिकारी..?

अम्बिकापुरदेश दीपक “सचिन” शहर में बेसहारा दिव्यांगो के लिए संचालित एक मात्र छात्रावास कलावती पुनर्वास केंद्र में रहने वाले दिव्यांगो को वर्तमान में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.. इस छात्रावास में समाज कल्याण विभाग द्वारा दिए जाने वाले भोजन में लगातार शिकायते आ रही है.. छात्रावास का सञ्चालन करने वाली निशक्त जन सेवा संगठन की अध्यक्ष रीता अग्रवाल ने समाज कल्याण विभाग के उप संचालक को से मामले की शिकायत की है.. और बताया है की लगातार दिव्यांगो को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता खराब है कभी सड़ी हुई दाल आती है तो कभी चावल कच्चा होता है लेकिन आज तो जला हुआ चावल ही भेज दिया गया..

दरअसल दिव्यांगो को आत्मनिर्भर बनाएं के लिए शासन और समाजसेवी संथाओ के सहयोग से कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने आये दिव्यांगो को यह भोजन समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है..लेकिन इन बेसहारो को ऐसा खाना दिया जा रहा है की शायद ये सरकारी लोग ऐसे खाने को अपने घर के पालतू जानवरों को भी ना खिलाते हो लेकिन सरकारी मदद के आसरे में पड़े इन मजलूमों को जला हुआ भात या सड़ी हुई दाल खिलाई जा रही है..जाहिर है की ये सब कमीशन खोरी के खेल के काराण ही संभव है..बहरहाल छात्रावास के द्वारा कई बार मौखिक शिकायत करने के बाद भी जब खाने की गुणवता नहीं सुधारी गई तब जाकर लिखित में शिकायत दी गई है.