
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के सीतापुर नगर पंचायत में आयोजित अध्यक्ष एवं पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद हुए उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा को फिर से एक बार मुँह की खानी पड़ी। नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए हुए सीधे मुकाबले में 9 मतों से हार के बाद अब उपाध्यक्ष का पद भी गवाना पड़ गया। बहुमत के बाद भी भाजपा नगर पंचायत उपाध्यक्ष का चुनाव 9 के मुकाबले 7 मतों से हार गई।
भाजपा से निर्विरोध चुनकर आये पार्षद विवेक नामदेव उर्फ विक्की ने बागी होकर चुनाव लड़ा और उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाया। उन्होंने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी भवानी सिंह को 2 मतों से पराजित करते हुए उपाध्यक्ष का चुनाव जीता। नगर पंचायत में उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नही किया था। जिससे उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी भवानी सिंह एवं भाजपा के बागी प्रत्याशी विवेक नामदेव उर्फ विक्की के बीच सीधा मुकाबला हुआ।
उपाध्यक्ष पद के लिए होने वाले इस चुनाव में भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। जिसकी वजह से यह चुनाव बड़ा रोचक हो गया था और दोनों प्रत्याशी अपनी जीत तय मानकर चल रहे थे। प्रतिष्ठा पूर्ण हुए इस चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा खेल खेला और उसके चार पार्षद समेत कांग्रेस समर्थित 2 निर्दलीय पार्षदो ने भाजपा के बागी प्रत्याशी विवेक उर्फ विक्की को अपना समर्थन दे दिया। इसके अलावा भाजपा के पार्षदों ने भी क्रॉस वोटिंग कर भाजपा की हार में बड़ी भूमिका निभाई। इस जीत के बाद जहाँ भाजपाई खेमे में मायूसी छाई हुई है। वही कांग्रेस ने बेगाने की शादी में अब्दुल्ला दीवाना की तरह भाजपा के बागी प्रत्याशी की जीत पर जमकर जश्न मनाया।
इस जीत के बाद उपाध्यक्ष बने विवेक नामदेव उर्फ विक्की ने कहा कि वो भाजपा के कार्यकर्ता है हमेशा रहेंगे। आज वो जिस मुकाम पर है वो भाजपा की देन है। सभी पार्षद साथी नगर पंचायत में उपाध्यक्ष पद पर मुझे देखना चाहते थे। इसलिए उन्होंने एकमत होकर मुझे उपाध्यक्ष के लिए खड़ा किया और अपना समर्थन देकर मुझे जिताया। मैं भाजपा का एक सिपाही हुँ और आगे भी मैं हमेशा भाजपा के लिए काम करता रहूंगा। मेरी यह जीत नगर की जनता की जीत है। मैं उपाध्यक्ष के नाते नगर के विकास के किये जितना बन पड़ेगा उतना काम करूंगा।