Balrampur / Ramanujganj News: बलरामपुर से कांग्रेस MLA बृहस्पति सिंह अपना गुस्सा कंट्रोल नही कर पाए और अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए। वही एसपी मोहित गर्ग को दंगाई बताकर शहर भर में पोस्टर छपवा दिया। MLA बृहस्पति सिंह का धरना हंगामा 16 फरवरी गुरुवार को दिनभर चला, जिसे उन्होंने देर रात इस एलान के साथ स्थगित किया है कि सुबह से यह धरना फिर शुरू होगा।
एक मामूली घटना से इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई। विधायक बृहस्पति सिंह का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया, जबकि पुलिस ने ऐसे किसी भी आरोप को खारिज किया है। दरसल 15 फरवरी को रात 9 बजे बलरामपुर बस स्टैंड के पास दो गुटों में विवाद हुआ। विवाद बढ़ा और मामला थाने पहुंच गया। थाने में अंबिकापुर से आए युवकों के खिलाफ केस दर्ज हो गया। बताया जाता है कि वो युवक एक मंत्री (टीएस सिंहदेव नहीं) के करीबी थे। औऱ विवाद के बाद मंत्री पक्ष की ओर से एक फोन भी आया था। बस इस फोन की लगते ही MLA बृहस्पति सिंह भड़क गए।
बृहस्पति सिंह ने कहा कि मैंने यह देखा कि आरोपियों को पुलिस ने वीआईपी ट्रीटमेंट दिया। बृहस्पति का यह भी आरोप है कि जिन लोगों के साथ मारपीट हुई, पुलिस ने उन पर भी कार्रवाई की। गुस्से में आकर विधायक जी ने धरना शुरू कर दिया और चक्का जाम कर दिया। विधायक बृहस्पति सिंह पुलिस कार्रवाई से नाराज थे और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
विधायक बृहस्पति सिंह ने एसपी मोहित गर्ग को धरना स्थल पर आने की मांग रख दी, लेकिन एसपी गर्ग नहीं आए। ठीक यहीं से विधायक बृहस्पति का गुस्सा एसपी गर्ग पर भी उतरा। विधायक बृहस्पति सिंह के समर्थक कुछ ही देर में पैम्फलेट्स के साथ दिखने लगे, जिसमें एसपी मोहित गर्ग को दंगाई लिखते हुए बर्खास्तगी की मांग की गई थी। ये पोस्टर कई जगहों पर लगाए गए।
इसे लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि बृहस्पत सिंह अपनी छवि रॉबिनहुड की बनाना चाहते हैं। बृहस्पत सिंह कांग्रेस के रॉबिनहुड हैं।राजा साहब के ऊपर आरोप लगा चुके हैं, एसपी को दंगई बता चुके हैं, रेत चोरों के खिलाफ खड़े है, पुलिस को निर्देश दे रहे हैं गैर जमानती धारा लगाइए, हथकड़ी पहना कर जुलूस निकालिए, ऐसी घटना क्यों घट रही है? इसकी एनआईए जांच राज्य सरकार को करवाना चाहिए।