बिलासपुर। सिम्स के एमआरडी (मेडिकल रिकार्ड डिपार्टमेंट) में मरीज पर्ची बनवाने के लिये काउंटर के बाहर लाईन लगाते हैं, वहां अब भीड़भाड़ नहीं हो रही है और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मरीज अपनी पर्ची बनवा रहे हैं। साथ ही वेटिंग एरिया में बैठने की व्यवस्था भी है, जहां आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार भी कर रहे हैं।
संभागायुक्त डॉ.संजय अलंग के निर्देश पर सिम्स की व्यवस्था दुरूस्त करने के लिये सतत् मॉनिटरिंग की जा रही है। फलस्वरूप वहां की व्यवस्था में सुधार परिलक्षित हो रहा है। पर्ची काटने एवं कैश जमा करने के लिये पहले लाईनों में लोग खड़े रहते थे। मरीजों के लिये यह बहुत तकलीफदायक था। साथ ही कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो रहा था।
लेकिन अब वेटिंग एरिया को सुविधाजनक बनाया गया है। साथ ही यहां पर कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों का सेम्पल लेने के लिये अतिरिक्त बूथ भी तैयार है, जो शीघ्र ही चालू हो जायेगा। भीड़ के प्रबंधन के लिये कोरोना ओपीडी में पहले ही व्यवस्था की जा चुकी है। प्रवेश व निकासी के लिये पृथक व्यवस्था बेरिकेट लगाकर की गयी है। ओपीडी में दो बिस्तरों के बीच एक-एक मीटर की दूरी रखी गयी है। तीन शिफ्ट में आरटीपीसीआर लैब का संचालन हो रहा है। इन्फेक्शन नियंत्रण प्रोटोकॉल के पालन हेतु ओपीडी में कलर कोडेड बिन्स पाये गये हैं तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिये एक-एक मीटर पर सफेद गोले भी बनाये गये हैं।
सिम्स में ट्रॉयज का निर्माण भी किया गया है, जहां मरीजों के स्वास्थ्यगत स्थिति के अनुसार ही उन्हें अस्पताल अलॉट किया जा रहा है। वायरोलॉजी लैब में प्रवेश हेतु सिम्स प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार से अलग पृथक प्रवेश द्वार है। लैब को माईक्रो बॉयोलॉजी विभाग से अलग करने के लिये पार्टीशन किया गया है। ट्रूनॉट एवं आरटीपीसीआर लैब हेतु अलग-अलग प्रवेश एवं निर्गम द्वार स्थापित है। फीवर क्लीनिक एवं कोविड वार्ड का एंट्री गेट सामान्य मरीजों के एंट्री गेट से पृथक कर दिया गया है।