बिलासपुर समेत प्रदेश भर में निर्मल इंफ्राहोम के नाम से चिटफंड कंपनी संचालित कर निवेशकों से 13 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले 6 डॉयरेक्टर को पुलिस ओडिशा से गिरफ्तार कर प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। संचालकों ने रकम दो से तीन गुना करने का झांसा देकर प्रदेश में 13 करोड़ रुपए की ठगी की है। उनके खिलाफ प्रदेश भर में 12 प्रकरण दर्ज हैं। ठगी रकम से संचालकों ने रायपुर के साथ ही MP, UP, महाराष्ट्र में संपत्ति खरीदी है, जिसे चिन्हांकित कर पुलिस ने कुर्क करने की बात कही है।
राज्य सरकार ने सभी पुलिस अधीक्षकों को चिटफंड के प्रकरणों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करने व निवेशकों की धन वापसी की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस पर बिलासपुर में एडिलशन SP ग्रामीण रोहित झा को नोडल अधिकारी बनाकर चिटफंड कंपनी के फरार संचालकों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है। टीम लगातार छापेमारी कर अलग-अलग चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टर की धरपकड़ कर रही है।
जांच के दौरान निर्मल इंफ्राहोम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के 6 डायरेक्टरों पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का पता चला है। उनके खिलाफ जिले के कोटा सहित अन्य थानों व प्रदेश भर में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। टीम को पता चला कि इस कंपनी के 6 संचालकों ने ओडिशा में भी ठगी की है और सभी वहां जेल में बंद हैं। इस पर टीम ओडिशा गई और उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाई है।
निर्मल इंफ्राहोम नाम से चिटफंड कंपनी चलाने वाले संचालक व उनके एजेंट बिलासपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में दफ्तर खोल लिया था। इस दौरान उन्होंने निवेशकों को निवेश की गई राशि को दो व तीन गुना करने का झांसा देकर जमा करा लिए। फिर कंपनी बंद कर फरार हो गए थे। इस तरह से कंपनी ने जिले में करीब 7 करोड़ व प्रदेश भर में 13 करोड़ रुपए जमा कराकर हड़प लिए। कंपनी के खिलाफ वर्ष 2018 में कोटा थाने के साथ ही प्रदेश भर में 12 मामले दर्ज हुए थे।
पुलिस अफसरों ने बताया कि कंपनी के संचालकों की संपत्ति की पतासाजी की गई है। जिसे कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी। कंपनी की संपत्ति हरीत शर्मा के नाम से खरोरा तहसील तिल्दा रायपुर में 145 वर्गफुट जमीन के साथ ही मध्यप्रदेश के बालाघाट, खण्डवा, राजगढ़, देवास, भोपाल, भींड, उत्तरप्रदेश के मथुरा, महाराष्ट्र के अहमदनगर में संपत्ति मिली है। जिसे कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।