बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर वार्ड नंबर 07 निवासी सावित्री देवी पिता जयश्री पाण्डेय ने लिखित पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराया है कि, मालती देवी पिता स्वर्गीय अयोध्या प्रसाद पति सुरेंद्र तिवारी के द्वारा वाड्रफनगर के वार्ड नंबर 7 तहसील वाड्रफनगर स्थित भूमि जिसका खसरा नंबर 1310/2,1310/3,1310/8,1313/3,1313/7,1313/6,1323/3,
1323/5 क्रमशः 0.46,0.78,0.41,022,0.14,0.48,1.04,0.54 कुल प्लाट 8 कुल रकबा,4.7हे. का राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अवैध सांठगांठ कर विधि विरुद्ध तरीके से नक्शा बंटन कर लिया गया है।
जबकि इसके पूर्व उक्त भूमि में आवेदिका के पुत्र दिनेश दुबे के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड दर्ज था।आवेदिका ने पत्र के माध्यम से यह भी कहा है कि उक्त भूखंड में विक्रय एवं अंतरण पर न्यायालय आयुक्त सरगुजा द्वारा स्थगन आदेश 25.11.2020 से आगामी आदेश तक विक्रय और अंतरण पर रोक लगाई गई है। वही न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व वाड्रफनगर द्वारा भी 07.07.2021 तक उक्त भूमि में विक्रय एवं अंतरण पर रोक लगाई गई है फिर भी आनावेदिका मालती देवी के द्वारा न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन करते हुए विधि विरुद्ध तरीके से खसरा नंबर 1313/3,1313/6,1313/7,
1310/4, को 06.07.2021 को न्यायालय के रोक के बावजूद अन्य व्यक्ति को विक्रय कर दिया गया है।जबकि न्यायालय में मामला विचाराधीन व लंबित है एवं स्थगन आदेश प्रभावशील है।
अनावेदिका मालती देवी के द्वारा जानबूझकर न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन किया गया है और पंजीकृत विक्रय नामा निष्पादित किया गया है।आवेदिका सावित्री देवी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि, अनावेदिका द्वारा तहसीलदार, आरआई से अवैध सांठगांठ पर षडयंत्र पूर्वक एवं योजनाबद्ध तरीके से कूट रचित दस्तावेजों के सहारे बिना मौका जांच कराए बिना पंचनामा, बिना इस्तिहर प्रकाशन कराए गोपनीय तरीके से नक्शा बंटन कर न्यायालय के संदर्भित आदेशों को दरकिनार करते हुए चोरी चुपके से विक्रय नामा के माध्यम से भूमि का विक्रय कर दिया गया है,और आवेदिका ने इस पर मांग किया है कि विक्रय नामा को निरस्त किया जाए और न्याय हित में उचित कार्यवाही की जाए।
मामले का वाड्रफनगर एसडीएम करेंगे जांच
इस मामले में जब पत्रकारों ने एसडीएम विशाल महाराणा से बात की तो उन्होंने कहा कि जांच मेरे पास आया हुआ है और उक्त विषय में एक-दो दिन में जांच कर कुछ निर्णय लिया जा सकता है और जांच के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं कि, इस मामले में किसकी संलिप्तता है।