सूरजपुर..(दतिमा मोड़/आयुष जायसवाल)..कोरेना वायरस (COVID-19) महामारी के चलते पूरा देश लॉकडाउन है.
बात करे तो लोगो की जिसमे कुछ लोग अभी भी समझने को तैयार नही है..और बिना काम के बाहर घूम रहे है. जबकि पीएम, सीएम सहित जिला प्रशासन लोगो से घरों में रहने की अपील कर रहे है.
शहरों से ज्यादा गांव में दिखी जागरूकता, ग्रामवासी खुद अपने गांव को चारों ओर से कर रहे है ब्लॉक
लॉक डाउन के बाद शहरों में कुछ लोग अभी भी बाहर निकल रहे है. जिसपर मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ रहा है. लेकिन इसके दूसरी ओर गांव के लोग प्रशासन की अपील को नियमानुसार मान रहे है. गांव की गलियां, दुकाने, सड़के सुनसान है लोग अपने घरों में ही रह रहे है. इसी बीच जिले के भैयाथान ब्लाक अंतर्गत ग्राम राई सहित अन्य ग्राम में ग्रामवासियों द्वारा अपने गाँव को चारों ओर से बेरिकेट्स लगाकर सील कर दिया है.
इस दौरान गॉव के जागरूक युवाओं सहित सरपंच, उपसरपंच ने यह कहा है कि गाँव मे किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश नही होगा. ना ही गांव का कोई भी व्यक्ति बिना काम के घर से बाहर जाएगा. अगर कोई नियम तोड़ता है तो उसके ऊपर कार्यवाही भी कराई जाएगी.
राई सहित अन्य ग्रामो में हुआ टोटल ब्लाक
भैयाथान ब्लाक अंतर्गत ग्राम राई में सरपंच दुर्गा पैकरा, उपसरपंच दीपक जायसवाल, जागरूक युवाओ में राहुल जायसवाल, रजत जायसवाल, अजय जायसवाल, जय जायसवाल, अंकित जायसवाल, रामेश्वर पैकरा, नीरज जायसवाल, अभिषेक, अंशुल, प्रवेश सहित अन्य लोगो ने गांव को चारों ओर से ब्लाक कर दिया है. साथ ही सरपंच व उपसरपंच ने कहा है गांव के हित के लिए जब तक प्रशासन लॉकडाउन करेगी. तब तक हम अपने गॉव को ब्लाक करके रखेंगे.
सुदामानगर ग्राम पंचायत में करंजी पुलिस के सहयोग से ग्रामवासियों ने किया ब्लॉक
वही सुदमानगर ग्राम पंचायत में करंजी पुलिस के सहयोग से सरपंच रामसाय पैकरा, गांव के युवा चुनेश पैकरा, जवाहर पैकरा, बहादुर विश्वकर्मा सहित अन्य ने भी अपने गाँव के मुख्य मार्गो को पूरी तरह से बंद कर दिया है.
राजकिशोर नगर, बुंदिया, बरौल ने भी किया बन्द, दूसरे गांव भी करेंगे पहल
बरहाल महामारी के कारण लॉक डाउन हुआ है तो गांव में पूरी तरह से लोगो मे जागरूकता साफ नजर आ रही है. ग्राम बरौल, राजकिशोर नगर, बुंदिया में भी गांव वासियो ने पंचायत के साथ मिलकर अपने ग्रामो को चारों ओर से बंद कर दिया है. वही इन गांव को देखते हुए धीरे धीरे दूसरे गांव भी अपने गांव को बंद करने की जुग्गत में लग गए है.
इस पहल से तो एक तरह से साफ नजर आ रहा है कि अब गॉव के लोग भी जागरूक हो गए है. और प्रशासन के नियमो का पालन कर रहे है.