अम्बिकापुर। सरगुज़ा के हिल स्टेशन मैनपाट में आयोजित तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव अपने शुरुआत के दिन ही विवादों में घिर गया। रात के कार्यक्रम में खेसारी लाल यादव की प्रस्तुति के दौरान भीड़ अनियंत्रित होकर उपद्रव करने लगी थी। जिसे खदेड़ने के लिये पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था। कई लोगों ने इसका वीडियो रिकॉर्ड किया था। कई वायरल वीडियो में पुलिस को डंडे भांजते भी देखा गया। कुर्सी भी एक दूसरे पर फेकी गई थी। हालात को देखते हुए खुद खेसारी लाल यादव ने पुलिस से लाठी न चलाने का आग्रह किया था।
“सरगुज़ा एसपी टीआर कोशिमा ने बताया की खेसारी लाल के कार्यक्रम के पहले कुछ देर के लिए लाइट और साउंड सिस्टम खराब हुआ। ऐसे में पब्लिक अधिक उत्साहित थी। भीड़ में कुछ लोग नशे की हालत में पीछे से उपद्रव कर रहे थे। लगातार बेरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। लगातार समझाने के बावजूद लोग नहीं मान रहे थे। उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी।”
पुलिस अधिक्षक ने कहा कि लाठी चलाने का आदेश किसी अधिकारी ने नहीं दिया। जवानों ने समय के अनुसार काम किया है। उन्होंने जानकारी दी है कि कार्यक्रम में नशे में पहुंचे लोग तनाव पैदा कर रहे हैं। कल की घटना में भी युवक नशे में थे। लिहाजा पुलिस अब आयोजन में पहुंचने वाले लोगों की एल्कोमीटर से जांच करेगी। नशे की स्थिति में आयोजन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
“वहीं इस घटना पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा सुपरस्टार खेसारी लाल यादव को देखने कॉफी भीड़ हुई थी। और जहां भीड़ ज्यादा होती है वहां थोडा बहुत अव्यवस्था तो होती है। वहीं लाठीचार्ज की घटना के विषय पर जानकारी लेकर कुछ भी कहने की बात कही।”